राष्ट्रपति चुनाव- माकपा ने अभी नहीं खोले अपने पत्ते
माकपा की इस बैठक में पार्टी महासचिव प्रकाश करात के अलावा सीताराम येचुरी, विमान बोस, वृंदा करात सहित अन्य नेताओं ने भाग लिया। सूत्रों ने बताया कि पार्टी का एक धड़ा मतदान नहीं करने के पक्ष में है जबकि दूसरा धड़ा मुखर्जी को समर्थन दिए जाने के पक्ष में है। मतदान नहीं करने वाले धड़े की दलील है कि पार्टी को कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करते नहीं दिखना चाहिए।
माकपा की यह बैठक विभिन्न वाम दलों की बैठक के पूर्व हो रही है। मुखर्जी ने चुनाव में समर्थन के लिए करात से संपर्क किया है हालांकि उन्हें इस संबंध में कोई आश्वासन नहीं मिला है। संप्रग से बाहर के दलों से समर्थन मांगने के क्रम में मुखर्जी ने कल करात को टेलीफोन किया था।
सूत्रों ने बताया कि करात ने कोई आश्वासन नहीं दिया और उनसे कहा कि माकपा पोलित ब्यूरो की आज बैठक हो रही है और उसके बाद वाम दलों की बैठक होने वाली है जिसमें इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा।
करात ने कहा था, हम बाध्य नहीं हैं, हम कांग्रेस के सहयोगी या संप्रग का हिस्सा नहीं हैं कि वे कोई भी नाम प्रस्ताव करें, हमें उसका समर्थन करना ही होगा।राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन देने के मुद्दे पर माकपा ने पहले फैसला किया था कि वह धर्मनिरपेक्ष और वाम दलों से मिलकर अपना रूख तय करेगी।