गुजरात में शुरू हुई भगवान जगन्नाथ की 135 वीं रथयात्रा
पहिंद विधि में भगवान जगन्नाथ के रथ के लिए रास्ते की प्रतीकात्मक तौर पर सफाई की जाती है। दशकों पुरानी परंपरा के अनुसार, मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर से भगवान जगन्नाथ का रथ खुद खींच कर बाहर निकाला। मोदी ने संवाददाताओं से कहा पुरी के बाद अहमदाबाद की रथयात्रा देश में और दुनिया भर में आकर्षण का केंद्र है।हजारों संत इस रथयात्रा में भाग लेने के लिए गुजरात आए हैं।
मोदी ने कहा मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि शांति, एकता और सद्भावना के साथ विकास की नयी उंचाइयां हासिल कर रहा गुजरात उनके आशीर्वाद से और अधिक समृद्ध बने तथा प्रगति करे। मुख्यमंत्री ने कहा रथयात्रा के अवसर पर, मैं भगवान के चरणों में प्रार्थना करता हूं कि इस साल मानसून के दौरान अच्छी बारिश हो। रथयात्रा 14 किमी लंबे मार्ग से गुजरेगी।
कड़ी सुरक्षा के बीच रथयात्रा शहर के संवेदनशील इलाकों कालूपुर, प्रेम दरवाजा, दिल्ली चकला, दरियापुर और शाहपुर से हो कर आगे बढ़ेगी। इस 135 वीं रथयात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
होमगार्ड्स, एसआरपी और अद्र्धसैनिक बल सहित पुलिस के करीब 20,000 जवान पूरे यात्रा मार्ग पर तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के अन्य इंतजाम भी किए गए हैं। पुलिस पहली बार इस यात्रा में जीपीएस और छिपे हुए कैमरों का उपयोग करेगी।