जेल में बैठकर जगन ने लहराया जीत का परचम
जेल के बाहर जगन के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया। कुछ कार्यकताओं ने कानून का उल्लंघन भी किया, जिसके कारण पुलिस ने कुछ समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है। उपचुनाव की बची हुई सीटों में भी जगनमोहन काफी आगे नजर आ रहे है। वाईएसआर कांग्रेस के कब्जे में अल्लागडा, राजामपेट, रायाचोटी, रेलवे कोडुर, पोलावरम, प्रतिपाडू, मछेरला, येम्मीगनौर गई है। कांग्रेस के कब्जे में नरसापुरम सीट ही आई है।
यह फैसला सबसे ज्यादा कांगेस को लेना है क्योंकि इससे आंध्र प्रदश में कांग्रेस की स्थिति के बारे में मालूम होगा। लोकसभा चुनाव 2009 में मिली 33 सीटों के कारण ही कांग्रेस केंद्र में गठबंधन सरकार बनाने में सफल हो पायी थी। इस उपचुनाव में वाईएसआर कांग्रेस की निकलती अधिकत्तर सीटों के कारण भविष्य में कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में दिखाई दे रहा है।
गौरतलब है कि एक सांसद के इस्तीफा देने व राज्य के 17 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किये जाने के बाद यहां उपचुनाव की स्थिति आई, और तिरूपति विधानसभा सीट चिरंजीवी के राज्यसभा में जाने के बाद से खाली थी।
आंध्र प्रदेश में एक लोकसभा सीट और 18 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद मतों की गिनती का काम आज सुबह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच शुरू हो गया। मतगणना 12 जिलों के 13 केंद्रों पर हो रही है। इन केंद्रों पर नौ हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। मतदान 12 जून को हुआ था।
18 में से 16 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव इसलिए आवश्यक हो गया था क्योंकि वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगनमोहन रेड्डी के प्रति वफादारी व्यक्त करने और दिसंबर में एक अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने इन निर्वाचन क्षेत्रों के वर्तमान कांग्रेस विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था।