दो दिनों के अंदर जेल में होंगे नित्यानंद, आश्रम सील
उल्लेखनीय है कि नित्यानंद का आश्रम बेंगलुरू से 35 किमी दूर स्थित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नित्यानंद को दो दिनों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल नित्यानंद के ठिकाने के विषय में कोई जानकारी नहीं है। सूत्रों के अनुसार हंगामेदार संवाददाता सम्मेलन के बाद नित्यानंद ने गुरुवार रात को ही आश्रम छोड़ दिया था। गौड़ा ने कहा कि उन्होंने आश्रम की तलाशी लेने एवं नित्यानंद पर कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों की जांच के आदेश भी दिए हैं।
आदेश से पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक लालरोखूमा पचाओ सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में पिछले सप्ताह नित्यानंद के आश्रम में मीडिया और उनके समर्थको के बीच हुए टकराव के बारे में विचार विमर्श किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने क्षेत्रीय आयुक्त शंभु दयाल मीना को इस हादसे पर सरकार को रिपोर्ट सौंपने को कहा है और उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक से तांत्रिक की गतिविधियों के बारे में सुबूत जमा करने के लिए ध्यानपीठम परिसर को अपने कब्जे में लेने और आश्रम को सील करने को कहा है।
सरकार स्वयंभू तांत्रिक की जमानत को रद्द करवाने के लिए कानून विभाग से बातचीत करेगी। नित्यानंद को बलात्कार और आपराधिक धमकी के मामले में कर्नाटक उच्च न्यायालय ने जमानत दी थी। नित्यानंद पर उसके कुछ पूर्व अनुयायियों की शिकायत पर बलात्कार सहित आपराधिक आरोपों में मामले दर्ज किए गए थे और इसी वजह से उसे गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया। गत आठ जून को नित्यानंद के आश्रम में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मीडिया के लोगों पर कथित हमले के आरोप में पुलिस ने नित्यानंद और उसके अनुयायियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए।
इसके जवाब में नित्यानंद के दो चेलों की शिकायत पर एक स्थायनी टेलीविजन चैनल के संवाददाता और नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी शील हरण, शारीरिक हमले और जीवन को खतरे के आरोपों में दो एफआईआर दर्ज की गईं। संवाददाता का आरोप है कि तांत्रिक ने अमेरिका की एक महिला द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के आरोपों की पृष्ठभूमि में संवाददाता सम्मेलन बुलाया था, जिसमें सवाल पूछने पर संवाददाता के साथ हाथापाई की गई और उसे धमकाया गया।