प्रदेश के 650 डाक्टर हुए बर्खास्त
विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान भारतीय जनता पार्टी श्याम देव राय चौधरी एवं पीस पार्टी के कमाल यूसुफ के प्रश्न के उत्तर में स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डाक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस एवं ड्यूटी से नदारद रहने के मामले में आने पर उनके विरुद्ध की गयी विभागीय कार्रवाई की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि लापरवाह चिकित्सकों को दण्डित किया जा रहा है एवं गंभीर मामलों में सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी की जा रही है। श्री हसन ने बताया कि अब तक राज्य में 650 चिकित्सकों को बर्खास्त किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में चिकित्सकों काो बर्खास्त करने के बाद अब पीएचसी, सीएचसी एवं जिला अस्पतालों पर चिकित्सकों की उपलब्धता को देखते हुए नये चिकित्सकों की तैनाती की जायेगी।
अब तक 1476 नये चिकित्सकों की तैनाती कर दी गयी है। उन्होंने कांग्रेस के मुकेश श्रीवास्तव के एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि प्रदेश में 3692 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं।
ग्रामीणअंचलों के मरीजों को जिला अस्पताल तक पहुंचाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी 822 विकास खण्ड मुख्यालयों पर स्थापित प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एम्बुलेंस के लिए कार्य योजना तैयार करके भारत सरकार को भेजी जा रही है।