...इस श्मशान में सजती है अनाज की मंडी
सूत्रों के अनुसार हनुमानगढ़ के पक्कासारणा में स्थित शमशान में लगती है अनाज की मंडी। यहां सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का ताता लगा रहा है। लगभग पूरा हनुमानगढ़ क्षेत्र यही से अनाज की खरीदारी करता है। एक तरफ अनाजों को खरीदने के लिए मोल भाव किया जाता है तो दूसरी तरफ मुर्दों को जलाया जाता है।
ऐसा बताया जाता है कि यहां पर अनाज के लिए जगह नहीं थी इसलिए लगभग 26 साल पहले शमशान पर ही अनाज की मंडी बना दी गयी थी। तब से लेकर आज तक इस शमशान पर ही सजती है अनाज की मंडी। लंबे समय से इस मंडी को कही और लगाने की मांग की जा रही है, लेकिन इसको लेकर अधिकारियों के कान से नीचे जू तक नहीं रेंग रहा है।
इस मंडी का संचालन कृषि उपज मंडी समिति हनुमानगढ़ करती है। चौकाने वाला तो यह है कि यही से लोग अनाज खरीदते है, और यही पर लोग मुर्दे भी जलाते है। मुर्दे जलने से उठने वाला धुआ पूरी मंडी पर छाया रहता है। सबसे ज्यादा चौकाने वाला माहौल तो तब होता है जब एक तरफ यहां दाल, चावल, आटा का मोल भाव किया जाता है तो दूसरी तरफ लाश जलाने के लिए लकड़ी का मोल भाव किया जाता है।