बसपा ने विधानसभा को कलंकित किया: कलराज
कलराज मिश्र ने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है और वह राज्य का प्रथम नागरिक होता है जिस कारण उसका सम्मान करना सभी का कर्तव्य है उसके बावजूद बसपा के विधायकों का आचरण शर्मिंदा कर देने वाला है।
कलराज मिश्र ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान उन पर कागज के गोले फेंकना और मेज पर चढ़ नारेबाजी करना अशोभनीय है। कलराज मिश्र ने कहा कि किसी भी बात का विरोध करने के कई तरीके होते हैं यदि बसपा सदस्य चाहते तो बहिष्कार कर सकते थे या फिर अन्य तरीकों से अपना विरोध जता सकते थे लेकिन सदन में आज बसपा के सदस्यों ने जो किया वह पूरी तरह से अशोभनीय और स्वस्थ लोकतंत्र के लिये ठीक नहीं है।
ज्ञात हो कि बसपा विधायकों ने सदन में राज्यपाल के भाषण का फाड़ते हुए जमकर हंगामा किया। श्री मिश्र ने कहा कि राज्यपाल सरकार का लिखा भाषण ही पढते हैं। उनका इस तरह से विरोध किया जाना उचित नहीं है। अभिभाषण का विरोध सदन में अपनी बात रखकर भी किया जा सकता है। श्री मिश्र ने कहा कि भाजपा ने राज्यपाल से मिल कर उन्हें ज्ञापन दे अपना विरोध प्रकट किया है।