अब अपराधियों की पहचान करेगा लाइव स्कैनर
जल्द ही झज्जर के अलावा रोहतक एवं सोनीपत जिलों में भी लाइव स्कैनर से युक्त पहचान कौन नाम की पुलिस वैन सक्रिय हो जाएगी, जिसकी मदद से किसी भी अपराधी के फिंगर प्रिंट की पहचान न केवल बेहद आसानी से बल्कि सिर्फ चंद मिनट में ही संभव होगी। स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के डायरेक्टर एवं आईपीएस अधिकारी लायक राम डबास इस योजना को लेकर खासे उत्साहित हैं।
वे बताते हैं कि मार्च महीने से पानीपत में पहचान कौन पुलिस वैन पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर तैनात की गई थी और इसके उत्साहजनक परिणाम आए हैं। अब रेंज के तहत आने वाले झज्जर समेत सोनीपत एवं रोहतक में भी यह वैन तैनात की जाएंगी। बाद में इस तरह के वाहन समुचे हरियाणा में तैनात करने की भी योजना है।
आईपीएस अधिकारी श्री डबास को भरोसा है कि संदिग्ध अपराधियों की पहचान में यह प्रणाली सक्षम साबित होगी। वे कहते हैं कि गलोबलाइजेशन युग में यातायात सुगम हुआ है और अपराधी भी इसका फायदा उठाता है। ऐसे में किसी भी स्थानीय पुलिस कर्मचारी के लिए ऐसे अपराधियों की पहचान करना कतई आसान नहीं रहता। इस स्थिति ने ही लाइव स्कैनर की इस योजना को जन्म दिया और पहचान कौन योजना तैयार की गई। लाइव स्कैनर में अत्याधुनिक तकनीक इस्तेमाल की गई है।
फिलहाल खरीदे गए हैं 65 लाइव स्कैनर
आईपीएस अधिकारी डायक राम डबास ने बताया कि हरियाणा पुलिस ने हाल ही में 65 लाइव स्कैनर खरीदे हैं। प्रत्येक यंत्र में 5 हजार व्यक्तियों के फिंगर प्रिंट समेत उनका संपूर्ण आपराधिक विवरण भी दर्ज है। सभी जिलों की पुलिस वैन में वहां के सक्रिय अपराधियों एवं चैन स्नैचर, पर्स स्नैचर, चोरी एवं गृहभेदन करने के आदी जैसे अपराधियों का तमाम डाटा इसमें डाला जा रहा है।
जैसे ही स्कैनर पर किसी का फिंगर प्रिंट लिया जाएगा, यह यंत्र तुरंत फिंगरप्रिंट मैच करके देखेगा। इस प्रकार से कोई भी पुलिसकर्मी लाइव स्कैनर से रोड पर ही किसी भी संदिगध व्यक्ति के फिंगर प्रिंट लेकर उसकी पहचान करने में सक्षम होगा। जिला पुलिस के पीआरओ देवेंद्र दांगी के मुताबिक स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के डायरेक्टर एवं आईपीएस अधिकारी लायक राम डबास 21 मई को मधुबन बैठे-बैठे ही झज्जर, रोहतक एवं सोनीपत में इस खास योजना का शुभारंभ करेंगे। इस संदर्भ में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।
वे कहते हैं कि इन वाहनों के फिल्ड में आने से पुलिस का क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग सिस्टम और भी मजबूत होगा। रोहतक रेंज के चारों जिले नेशनल कैपिटल रिजन (एनसीआर) का अहम पार्ट हैं और यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान एवं हरियाणा आदि स्टेट के लाखों लोगों का इन जिलों से रोजाना आवागमन रहता है। लिहाजा पुलिस विभाग का भरसक प्रयत्न है कि इस इलाके को हर हाल में न केवल अपराध मुक्त बनाया जाए बल्कि यहां से होकर गुजरने वालों पर भी पैनी नजर रखी जाए। वे कहते हैं कि पहचान कौन योजना इस मकसद को हासिल करने में सक्षम है।