लादेन को उड़ाया अब जवाहिरी की बारी
उन्होंने कहा कि जवाहिरी अब अमेरिका के दुश्मनों में पहले नंबर पर है, और अमेरिका उसको अपने दायरे में लाने के लिए कुछ भी कर गुजरेगा। अलकायदा को धवस्त करने के लिए अमेरिका पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है, इसके साथ ही वह यमन सरकार के साथ काम कर रहा है। कल ओसामा बिल लादेन की पहली बरसी है, उसके एक दिन पहले अमेरिका का यह बयान आया है।
वहीं दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय चरमपंथी संगठन अलकायदा ने फरमान अली शिनवारी को पाकिस्तान में अपना नया सरगना बनाया है। खैबर कबायली इलाके के रहने वाले शिनवारी के भाई जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े रहे हैं। समाचार पत्र द न्यूज के मुताबिक अलकायदा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शिनवारी को पाकिस्तान में संगठन का नया प्रमुख चुना गया है।
कुछ स्थानीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है, हालांकि अखबार की रिपोर्ट में इनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। अलकायदा के दावा विंग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 30 साल के शिनवारी को संगठन के शीर्ष लोगों से विचार-विमर्श के बाद प्रमुख बनाया गया। बयान में शिनवारी के पाकिस्तान के कबायली इलाकों के बारे में जानकारी रखने और अलकायदा के मारे जा चुके स्वंयभू कमांडर बद्र मंसूर से उसकी नजदीकी का जिक्र किया गया है। इसी कारण यहां उसे अलकायदा की कमान दी गई है।
अलकायदा के बयान में बद्र मंसूर के साथ ही ओसामा बिन लादेन का उल्लेख है और इसमें कहा गया है कि इन लोगों ने इस्लाम की खातिर अपनी जान गंवा दी। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान में अलकायदा से जुड़े स्वयंभू कमांडर फैसले नहीं करते, बल्कि वे शीर्ष चरमपंथियों के फैसलों को अमल में लाने का काम करते हैं।
शिनवारी अलकायदा के स्वयंभू कमांडर मंसूर का खास रहा है। मंसूर बीते साल नौ फरवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था। शिनवारी के चार भाई जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में लिप्त हरकत-उल-अंसार जैसे संगठनों में शामिल रहे हैं। खैबर के लंदीकोटल इलाके का रहने वाला शिनवारी अंग्रेजी और कंप्यूटर का अच्छा जानकार है। उसने लंदीकोटल डिग्री कॉलेज से रसायन शस्त्र और जीव विग्यान में बीएससी तथा पेशावर विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंध में मास्टर डिग्री हासिल की है।