एंटनी की रिपोर्ट: राहुल के कारण यूपी में हारी कांग्रेस
सूत्र बता रहे है कि यूपी चुनाव में हार का कारण राहुल को माना गया है। माना जा रहा है कि राहुल बाबा की कुछ नीतियों के कारण ही चुनाव में पराजय हुआ है। उसमें एक कारण उम्मीदवारों का चयन भी है। वैसे राहुल अपनी टिकट वितरण प्रक्रिया और चुनावी अभियान को दुरुस्त ठहराकर विफलता का ठीकरा प्रदेश संगठन पर फोड़ चुके हैं।
पर एंटनी समिति की प्रथमदृष्टया जो रिपोर्ट मिले हैं, उसके मुताबिक संगठन तो कमजोर था ही, लेकिन उससे ज्यादा कमजोर कड़ी तो मंत्री-सांसद के साथ- साथ टिकटों का गलत वितरण था। सूत्रों के मुताबिक, एके. एंटनी, शीला दीक्षित और सुशील शिंदे की तीन सदस्यीय समिति ने जिन लोगों को बुलाया, उन सभी ने संगठन को तो कोसा, मगर संगठन को क्या करना चाहिए था जो उसने नहीं किया, इसका जवाब किसी के पास नहीं था।
इतना ही नहीं, समिति के सामने कुछ ऐसे तथ्य लाए गए, जिससे टिकट वितरण की वैज्ञानिकता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। सबसे दिलचस्प तथ्य है कि कांग्रेस ने 2009 के बाद पार्टी में आए लोगों में से करीब 170 को टिकट दिए। इनमें से मात्र 10 ही चुनाव जीत सके। बाहरियों को टिकट देने से संगठन के स्थानीय नेता उदासीन हो गए, जिसका असर बूथ प्रबंधन पर भी दिखा। हर विधानसभा में दो केंद्रीय पर्यवेक्षक चुनाव भर रहे, लेकिन कुछ असर नहीं दिखा। चुनाव में अहम जिम्मेदारी संभालने वाले मंत्री या नेताओं के क्षेत्रों में दयनीय नतीजे 2014 के लोस चुनाव में कांग्रेस के लिए भयावह तस्वीर पैदा कर रहे हैं।