रीता बहुगुणा जोशी पर गाज गिरना लगभग तय
प्रदेश नेतृत्व द्वारा हार की जिम्मेदारी लेने के बाद भी आलाकमान नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई घोषणा नहीं कर रहा है लेकिन यह बात तय मानी जा रही है कि कुछ ही दिनों में यूपी कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन हो जाएगा। फिलहाल कई नेता इसके लिए जोड़ तोड़ में लग गए हैं।
चुनाव परिणाम के बाद हुई समीक्षा बैठक के बाद ऐसा लग रहा था कि प्रदेश में जल्द ही होने वाले नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस का केन्द्रीय नेतृत्व जल्द ही फैसला लेगा लेकिन इस संबंध में निर्णय फिलहाल टल गया है। दिल्ली में उत्तर प्रदेश चुनाव में हार की समीक्षा बैठक पिछले सप्ताह होनी थी लेकिन वह भी नहीं हो सकी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने चुनाव के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया था, लेकिन संभवत: उन्हें काम करते रहने को कहा जायेगा। पार्टी में यह बात की उठ रही कि नगर निकाय चुनाव के पहले जल्द ही पार्टी को कुछ निर्णय ले लेना चाहिये जिससे नगर निगम व नगर पालिकाओं के चुनाव में नये सिरे से तैयारी शुरु की जा सके। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद के लिये वरिष्ठ नेता अरुण कुमार सिंह, स्वयं प्रकाश गोस्वामी तथा अन्य नाम चर्चा में हैं, लेकिन कोई भी निर्णय निकट भविष्य में संभव नही लग रहा है।
श्रीमती जोशी ने हाल ही में प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर निर्देश दिये कि वे नये जोश के साथ नगर निकाय चुनाव की तैयारी में लग जायें। कांग्रेस का मानना है जबकि बहुजन समाज पार्टी की नगर निकाय चुनाव नहीं लड़ रही है। शहरी क्षेत्र में पैठ बनाने के लिये पार्टी के पास यह अच्छा मौका है। इन सबके बावजूद प्रदेश इकाई का मत है कि पार्टी को प्रदेश नेतृत्व के बारे में जो भी फैसला लेना हो, जल्द ही ले लें जिससे नगर निकाय चुनाव के लिये समय मिल सके।