डीजल के दाम बढ़े तो बढ़ेगा ट्रेन का किराया
रेल बजट में एक लाइन कही गई है कि चूंकि डीजल लगातार महंगा हो रहा है, और ट्रेनों का किराया स्थिर रहने की वजह से रेलवे पर प्रति दिन करोड़ों का भार पड़ता है। लिहाजा जब-जब डीजल के दाम बढ़ेंगे, तब तक बढ़े हुए दाम को किराये में समाहित कर दिया जायेगा। रेलवे की यह नीति उसे करोड़ों का फायदा करायेगी, हालांकि आम आदमी को इसका पता तक नहीं चलेगा।
वो ऐसे कि एक ट्रेन पर अगर डेढ़ हजार लोग सवारी कर रहे हैं तो बढ़े हुए दाम को यात्रियों की संख्या से किया जायेगा, जिसके बाद एक टिकट पर 30 से 50 पैसे तक का फर्क पड़ेगा। लेकिन जिस रेलवे में 3 करोड़ से ज्यादा लोग प्रति दिन सफर करते हैं, वहां इसी 30 पैसे से रेलवे को करोड़ों की कमाई हो सकती है। कुल मिलाकर देखा जाये तो अब रेलवे ने अपने आर्थिक लक्ष्य को पूरा करने का तरीका ढूंढ़ निकाला है। और यह तरीका सीधी-साधी जतना की समझ से एकदम परे है।