फिर शुरू हुआ कर्नाटक का नाटक, येदियुरप्पा का अल्टीमेटम
आपको बता दें कि अवैध खनन के मामले में लिप्त पाये जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा ने बागी तेवर दिखाये हैं। उन्होंने आलाकमान को 27 फरवरी तक का समय दिया है और कहा कि उन्हें वापस सीएम बनाया जाये अन्यथा पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। वो अपनी ओर से कड़े फैसले लेने में भी कोई परहेज नहीं करेंगे।
बी.एस येदियुरप्पा ने अपने घर एक नेताओं की बैठक की। जिसमें स्वंय सीएम सदानं गौड़ा शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि मैने राज्य में पार्टी की जड़ें जमाई हैं। पार्टी को मजबूती के साथ खड़ा किया है। भोज बैठक में मौजूद विधायकों ने उन्हें दुबारा मुख्यमंत्री बनाने अथवा प्रदेश अध्यक्ष का पद दिए जाने संबंधी प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। मेरी ही बदौलत कमल दक्षिण भारत में खिल पाया है जिसका एहसान मानने की बजाय पार्टी ने मेरे ही पर काटने की कोशिश की जिसे मैं कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा।
प्रस्ताव को शुक्रवार से शुरू होने जा रही पार्टी की चिंतन-मंथन बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी के समक्ष पेश किया जाएगा। आपको बता दें कि बी.एस येदियुरप्पा के ही कहने पर सदानंद गौड़ा को सीएम बनाया गया था लेकिन अब वो ही गौड़ा बी.एस येदियुरप्पा को फूटी आंख नहीं भा रहे है। कहा तो यह भी जा रहा है कि बी.एस येदियुरप्पा को आधे से ज्यादा पार्टी विधायकों का समर्थन मिला हुआ है, ऐसे में अगर पार्टी आलाकमान येदियुरप्पा के खिलाफ फैसला लेती है तो सरकार गिर भी सकती है।