अब यूरोप भेजा जायेगा पंजाबी आलू
इससे पंजाब के आलू उत्पादकों को अपनी फसल का अच्छा मूल्य भी मिल सकेगा। पाकिस्तान सरकार की ओर से आलू आयात पर ड्यूटी बढ़ाने से पाकिस्तान से आलू का बिजनेस लगभग ठप होकर रह गया है वहीं कुछ आलू पड़ोसी देश श्रीलंका और बंगलादेश में भेजा जाता है। पंजाब सरकार पिछले तीन साल से आलू को यूरोप में बेचने के लिए प्रयास कर रही थी। केंद्र सरकार के जरिए पंजाबी आलू को यूरोप में बेचने के लिए यूरोपियन यूनियन से संपर्क हो रहा था।
पंजाब सरकार के विशेष आग्रह पर यूरोपियन यूनियन के फूड एंड वेटरनरी ऑफिस की ऑडिट टीम को 10 दिनों के दौरे पर पंजाब भेजा गया। इस टीम ने जनवरी के अंतिम हफ्ते में पंजाब का दौरा कर राज्य की मिट्टी और पंजाब में आलू पैदा करने वाली टेक्नोलॉजी का बारीकी से अध्ययन किया।
टीम ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, लुधियाना सहित जालंधर में आलू उत्पादकों के प्राइवेट फार्म, सेंटर फॉर पोटेटो रिसर्च इंस्टीट्यूट, बादशाहपुर, करतारपुर स्थित सरकारी आलू उत्पादक फार्म, अमृतसर एयरपोर्ट में उपलब्ध सुविधाओं, संगरूर जिले के चन्नो में पेप्सी प्रोसेसिंग यूनिट, पटियाला के आलू उत्पादक और सेंटर फॉर पोटेटो रिसर्च इंस्टीट्यूट का दौरा किया। उन्होंने पंजाबी आलू के रिंग रोट और ब्राउन रोट जैसी बीमारियों से मुक्त होने के सबूत जुटाए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक भारत में केवल पंजाब ही ऐसा इलाका निकला है जहां के आलू में रिंग रोट और ब्राउन रोट जैसी बीमारी नहीं पाई जाती है।