भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में सुब्रह्मण्यम स्वामी के साथ बाबा रामदेव
मावलंकर हाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बाबा रामदेव ने नई कमेटी के गठन की घोषणा की। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने बताया कि कमेटी के जरिए वे देश में भ्रष्टाचार व काले धन के खिलाफ योगगुरु रामदेव के मार्गदर्शन में धर्मयुद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक समाज में दौलत एवं धन प्रतिष्ठा का आधार होगा, भ्रष्टाचार मिटाना संभव नहीं होगा।
कमेटी में सदस्य के रूप में गोविंदाचार्य के साथ संघ के थिंक-टैंक में माने जाने वाले एस गुरुमूर्ति, खुफिया विभाग के पूर्व निदेशक अजीत डोभाल, अर्थशास्त्री प्रो. माधव दासल नलपत, आईआईएम बंगलूरू के प्रो.आर वैद्यनाथन, वरिष्ठ पत्रकार ए. सूर्यप्रकाश, अर्थशास्त्री डॉ. एस कल्याण रमण, सेवा निवृत्त आईएएस वी. सुंदरम, एमआर वेंकटेश, जे. गोपीकृष्ण, एडवोकेट के. संपत आयंगर, सरजू राय तथा अभिषेक जोशी शामिल किए गए हैं।
इस मौके पर बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में यह साबित हो जाने के बाद कि टूजी घोटाले में करोड़ों का नुकसान हुआ है, सरकार अब भी इसे मानने से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा कि अब इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अब किसी मंत्री या अफसर की नहीं, बल्कि पूरे सत्ता की सफाई होनी चाहिए।
रामदेव ने कहा कि वह पार्टी विशेष के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जब वे काले धन की बात करते हैं तो पार्टी विशेष के निशाने पर आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि ब्लैक मनी की पोल खुलते ही 121 करोड़ जनता के सामने सत्ताधारियों की पोल खुल जाएगी। लोग महसूस करेंगे कि 121 करोड़ जनता का हक 121 लोगों ने मिलकर लूटा है। बाबा ने कहा कि सरकार की नजर में अफजल गुरु देशभक्त और रामदेव देशद्रोही हैं। यूपी में अपनी मुहिम चलाने के लिए रवाना होने से पूर्व रामदेव ने कहा कि जल्द ही वे लखनऊ, बांदा एवं मैनपुरी में विशाल जनसभाएं करेंगे।