ब्याज दरों में कटौती कर सकता है भारतीय स्टेट बैंक
वह यहां भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान सम्मेलन में संवाददाताओं से लगल से बात कर रहे थे। कटौती के लिए कोई निश्चित अवधि की ओर संकेत किए बगैर उन्होंने कहा कि उनका बैंक ब्याज के दायरों और मुनाफे पर विचार करने के बाद इस मुद्दे पर फैसला करेगा। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने पिछले महीने आरक्षित नकदी अनुपात (सीआरआर) आधा फीसद घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है जिससे रिण देने के लिए 32,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी की उपलब्धा हुई।
इससे एसबीआई के पास 5,000 करोड़ रुपये की उपलब्धता बढ़ी है। हालांकि देश के इस शीर्ष वाणिज्यिक बैंक ने अपने रिण सस्ते नहीं किए है। लेकिन सीआरआर कटौती से वाणिज्यिक बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की आशा बनी है। गुप्ता के मुताबिक ब्याज में कमी पर फैसला रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर (अल्पकालिक उधारी द) में कटौती से पहले किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीआरआर में कटौती से एसबीआई को सालाना 500 करोड़ रुपये के कमायी होने की उम्मीद है।