भूपेन हजारिका को पद्मविभूषण, धर्मेन्द्र को पद्मभूषण
देश की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की रजामंदी के बाद इस साल अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली देश की पांच विभूतियों को पद्मविभूषण दिये जाने का ऐलान किया गया। वहीं राष्ट्रपति ने 27 लोगों को पद्म भूषण और 77 लोगों को पद्मश्री सम्मान से नवाजे जाने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है।
हम आपको बता दें कि पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री देश के उच्च कोटि के सम्मान हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को दिये जाते हैं। सूची इस प्रकार है-
पद्मविभूषण
पश्चिम बंगाल के चित्रकार केजी सुब्रमण्यिम, गोवा के काटूनिस्ट स्वर्गीय मारियो डे मिरांडा, असम के शास्त्रीय गायक डा. भूपेन हजारिका, महाराष्ट्र के संचेती मेडिसन के ऑर्थोपेडीशियन डा. कांतिलाल हस्तीमल और दिल्ली प्रशासनिक सेवा के टीवी राजेश्वर।
पद्मभूषण
अभिनेत्री शबाना आजमी, पश्चिम बंगाल के थियेटर आर्टिस्ट खालेद चौधरी, दिल्ली के चित्रकार जतिन दास, पश्चिम बंगाल के सरोद वादक पंडित बुद्धदेव दास गुप्ता, फिल्म अभिनेता धमेन्द्र सिंह देओल, तमिलनाडु के इंस्ट्रूमेंटल म्यूजीशियन डा टिप्पुनितवरा विश्वनाथन गोपालकृष्णन, फिल्म मेकर मीरा नायर।
तमिलनाडु के वॉयलन वादक एमएस गोपालकृष्णन, अमेरिका में रहने वाले एनआरआई शिल्पकार अनिश कपूर, महाराष्ट्र के समाजसेवी सत्यनारायण गोयनका, जर्मनी के एनआरआई पब्लिक अफेयर्स में सेवारत डा. पतिबंदला चंद्रशेखर राव, सिंगापुर में पब्लिक अफेयर्स से जुड़े एनआरआई जॉर्ज योंग बून, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी में महाराष्ट्र के प्रो. शशिकुमार चित्रे व डा. एमएस रघुनाथन।
औद्योगिक क्षेत्र में तमिलनाडु के सुबैया मुरुगप्पा वेलायन व महाराष्ट्र के बालासुब्रमण्यिम मुतुरामम, महाराष्ट्र के ऑनकोलॉजिस्ट सुरेश एच आडवाणी, कर्नाटक के कार्डियोलॉजिस्ट देवी प्रसाद शेट्टी, शिक्षा एवं साहित्य में महाराष्ट्र के प्रो. संतराम बलवंत मजुमदार, अमेरिका में रह रहे एनआरआई प्रो. विद्या दहेजिया, प्रो. अरविंद पानागरिया, डा. जोस परेरा, डा. होमी के भाभा। सेवा क्षेत्र में केरल के एन विठ्ठल, उत्तर प्रदेश के माता प्रसाद, पश्चिम बंगाल के रोनेन सेन।