ट्रेन में मिले शख्स के बेटे को नौकर बना 40 लाख लूटे
राजधानीवासियों को बार-बार आगाह करती रहती है कि बिना पुलिस वेरिफिकेशन आप किसी अनजान शख्स को अपने घर या आफिस में काम नहीं दे। लेकिन कुछ लोग इन बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भारी रकम चूका कर और कई मायनों में अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है। एक अनजाने शख्स की बातों में आकर बिना पुलिस वेरिफिकेशन के अपने यहां उसके बेटे को नौकरी पर रखना एक कपड़ा व्यवसायी को भारी पड़ गया। तीसरे ही दिन पीड़ित ओम लक्ष्मी नारायण जालान को चकमा देकर नौकर 40 लाख रुपये लेकर चंपत हो गया।
पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी नौकर की तलाश कर रही है। पुलिस के मुताबिक, ओम लक्ष्मी नारायण जालान परिवार के साथ 25, रामप्रस्थ, गाजियाबाद में रहते हैं। इनका एस-610, पहली मंजिल, स्कूल ब्लॉक, शकरपुर में जालान टैक्स टाइल के नाम से कपड़ों का व्यवसाय है। करीब 11 महीने पहले गुजरात जाते समय जालान को बाबूराम नामक शख्स ट्रेन में मिला था। तभी से पहचान होने के बाद बाबू जालान से मिलने अक्सर शकरपुर आता रहता था। पिछले माह बाबू ने ओम से कहा कि उसका लड़का बेरोजगार है, उसे किसी काम पर रख लो। ओम ने 20 दिसंबर 2011 को बिना पुलिस वेरिफिकेशन के बाबू के लड़के मोहन (25) को डाक लाने ले जाने की नौकरी पर रख लिया।
गत 23 दिसंबर को ओम को मुखर्जी नगर व्यवसायी अजय को 40 लाख रुपये की पेमेंट करना थी। रुपये एक बैग में डालकर वह मोहन के साथ दफ्तर से निकले। दफ्तर के बाहर खड़ी कार के पास पहुंचने पर ओम को ध्यान आया कि वह अपना मोबाइल भूल गए हैं। ओम रुपयों से भरा बैग मोहन को पकड़ा कर अंदर मोबाइल लेने के लिए चले गए। दो मिनट बाद जब वह लौटे तो मोहन बैग समेत गायब था। जालान के पास बाबूराम का कोई पता भी नहीं है। परेशान होकर पीड़ित व्यवसायी ने मामले की शिकायत पुलिस से की गई।