फिल्म घोष्ट का विलेन बन गया लुटेरा
जिला पुलिस उपायुक्त छाया शर्मा ने बताया कि 7 जनवरी की रात वसंत विहार पुलिस को सूचना मिली कि दो बदमाशों ने एक कार लूटी है। वायरलेस से मेसेज जिले में फ्लैश किया गया। इससे पुलिस पिकेट, गश्त कर रहे पुलिसकर्मी और इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल पर तैनात पुलिसकर्मी हरकत में आ गए। राम करीब डेढ़ बजे इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल पर तैनात एएसआई धरमवीर ने आरके पुरम इलाके में गश्त के दौरान सेंट्रो कार सीएनजी पेट्रोल पंप पर देखी।
पुलिसकर्मियों ने मुनिरका निवासी मोहित टोकस और नजफगढ़ निवासी मनीष उपाध्याय को दबोच लिया। वसंत विहार थाना पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर ले गई। उनके साथ दोनों पीड़ित भी मौजूद थे। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर दोनों के खिलाफ अगवा कर लूटपाट करने का मामला दर्ज कर लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे शराब के नशे में थे लेकिन और शराब पीना चाहते थे। कैब चालक और सिक्योरिटी गार्ड को देखकर उन्हें लगा कि शराब मिल जाएगी।
साहिबाबाद निवासी जोगेश पाल ने पुलिस को बताया कि वह गुड़गांव स्थित बैंक ऑफ अमेरिका में कैब चलाता है। 6-7 की रात वह सिक्योरिटी गार्ड जयवीर के साथ सेंट्रो से कर्मचारियों को छोड़ने के लिए मुनिरका आया। रात करीब साढ़े 12 बजे मुनिरका स्थित कपूर अस्पताल के पास उसने महिला कर्मचारी को उतारा। यहां से जयवीर महिला को छोड़ने उसके घर तक गया।
वह सड़क पर जयवीर के आने का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान दो युवक उसके पास आए और सेंट्रो से उतरने के लिए कहा। लेकिन डर से उसने शीशा बंद कर दिया। इसी दौरान जयवीर वहां पहुंच गया। दोनों ने उसे पीछे से दबोच लिया और जबरदस्ती कार का दरवाजा खोलने के लिए कहा। दरवाजा खोलने पर दोनों ने उन्हें पीछे की सीट पर बिठा दिया और आगे बैठकर कार चलाने लगे।
रास्ते में दोनों ने नकदी न देने पर उन्हें नंगा करने की धमकी दी। इस पर जोगेश ने बीस और जयवीर ने सौ रुपये दे दिए। इसके बावजूद दोनों को मुनिरका के पास उतारकर कार लेकर चले गए। इसी दौरान जयवीर के मोबाइल पर कॉल सेंटर के दूसरे ड्राइवर नानक शर्मा का फोन आया। जयवीर ने उसे सारी बात बताई। नानक ने तुरंत सौ नंबर पर इसकी जानकारी दी। चंद मिनट बाद दोनों युवक फिर से उनके पास आए और जबरदस्ती कार में बैठाकर आरके पुरम के सीएनजी पेट्रोल पंप पर ले गए।