जेबकतरों ने मार डाला छात्र को, मोबाइल चुरा भागे
पुलिस के अनुसार, रजनीश अपने दोस्तों मनीष, दीप नारायण, उपेंद्र, आलोक, सलाउद्दीन के साथ रविवार दोपहर को इंडिया गेट घूमने गया था। रात होने पर सभी रूट नंबर 118 (मोरी गेट-कल्याणपुरी) की लोफ्लोर बस से मयूर विहार फेज-तीन व कोंडली लौट रहे थे। बस के चांद सिनेमा के नजदीक पहुंचते ही मनीष की जेब से एक जेबतराश ने मोबाइल निकाल लिया। इसके बाद वह अपने दो साथियों के साथ गेट की तरफ भागा।
मोबाइल गायब होने का पता लगते ही मनीष ने शोर मचाया। इस पर सभी दोस्त बदमाशों के पीछे भागे। इसमें रजनीश सबसे आगे था। उसके पीछे मनीष, फिर दीप नारायण व बाकी दोस्त थे। जैसे ही रजनीश बस से उतरा तो बदमाशों ने उस पर चाकू से वार किया। इससे उसकी दाहिनी जांघ पर गंभीर चोट आई। इसके बाद भी बदमाश लगातार चाकू चलाते रहे। बीच-बचाव में दीप नारायण के सीने व मनीष के चेहरे पर चाकू लगा। वारदात के बाद मौके से बदमाश फरार हो गए। घायलों को दूसरी बस से कल्याणपुरी थाने ले जाया गया, वहां से इन्हें एलबीएस ले जाया गया। इस बीच खून रिसने से रजनीश की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि रजनीश गोरखपुर का रहने वाला था। यहां इग्नू से एमसीए करने के साथ सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था। वह छह भाई-बहनों में चौथे नंबर पर था। मनीष फैजाबाद का निवासी है। बीटेक करने के बाद वह नौकरी ढूंढ रहा है। वहीं सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीप नारायण लक्ष्मी नगर स्थित एक कंपनी में काम करता है। पुलिस के मुताबिक, जेब से निकाला गया मोबाइल फोन मौके से बरामद कर लिया गया है।
छात्रों पर हमला करने वाले तीन जेबतराशों में से एक को घायल दीप नारायण ने पहचान लिया है। पुलिस ने डॉजियर के फोटो दिखाकर उसकी पहचान की है। पुलिस टीम बनाकर अलग-अलग इलाकों में दबिश देकर जांच कर रही है। डाक्टरों के मुताबिक तुरंत प्राथमिक उपचार मिला होता, तो रजनीश की जान बच सकती थी।
जानकारों की मानें, तो चाकू जांघ के ऊपरी हिस्से से होकर गुजरने वाली फीमोरल आर्टरी (फीमोरल धमनी) में लगा था। इसके कटने पर रक्त का फव्वारा फूट पड़ता है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विनोद ने बताया कि आर्टरी सीधे दिल से जुड़ी होती है। इसके कटने पर अगर रक्त स्त्राव कुछ मिनटों में नहीं रोका गया, तो मौत निश्चित होती है। लिहाजा पीड़ित की जिंदगी इस बात पर निर्भर करती है कि उसे कितनी जल्दी प्राथमिक चिकित्सा मिलती है।