भारत को जल्द ही मिलेगी रूसी परमाणु पनडुब्बी
रिया नोवोस्ती संवाद समिति के अनुसार अमूर शिपयार्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पनडुब्बी अब अपना कार्य करने को पूरी तरह तैयार हैं। इस शिपयार्ड में यह पनडुब्बी बनी है। यह 92 करोड़ डॉलर पर 10 साल की लीज पर भारत को दी जा रही है। अधिकारी ने कहा कि इस साल के अंत तक इसे (भारत को) सौंप दिया जाएगा। यह पनडुब्बी महीनों तक पानी के अंदर रहने में सक्षम है। दो दशक से भी अधिक समय में पहली बार अब भारत के पास परमाणु पनडुब्बी होगी।
सू़त्रों के मुताबिक अकुला टू टाईप परमाणु क्षमता संपन्न यह पनडुब्बी दस साल की लीज पर भारत को दी जाएगी। यह पनडुब्बी महीनों तक पानी में अंदर रह सकती है। अकुला द्वितीय श्रेणी पनडुब्बी परमाणु क्षमता वाली 28 कू्रज मिसाइलों से लैस है जिनकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर है। बताया जाता है कि भारतीय संस्करण में 300 किलोमीटर क्लब परमाणु क्षमता वाली मिसाइलें हो सकती हैं।