अगले 5 साल में 50 लाख लोग करेंगे पलायन
संस्था के अनुसार उच्च शिक्षा से संबद्ध बुनियादी ढांचे के अभाव के कारण लोग वहां से पलायन कर रहे हैं। शोध के अनुसार पिछले पांच साल में पूर्वोत्तर क्षेत्र से पलायन करने वाले लोगों की संख्या 12 गुना बढ़ी है। अकेले 2010 में 414,850 लोगों ने वहां देश के अन्य हिस्सों में गये। रिपोर्ट के मुताबिक, रोजगार अवसरों का अभाव, आर्थिक पिछड़ापन तथा सामाजिक-राजनीतिक अशांति अन्य कारण हैं जिसकी वजह से लोग वहां से दूसरे जगहों पर जा रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि करीब 66 प्रतिशत लोग उच्च शिक्षा तथा शेष 35 प्रतिशत रोजगार की तलाश में वहां से बाहर निकले। एक अनुमान के अनुसार फिलहाल पूर्वोत्तर क्षेत्र के 2,75,000 छात्र देश के अन्य शहरों खासकर दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में गये हैं। दिलचस्प बात यह है कि अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद केवल पांच प्रतिशत ही छात्र वापस लौटे। अन्य लोग जो सरकारी या निजी नौकरियां कर रहे हैं, वे सेवानिवृत्ति तक वहीं रूकेंगे। अध्ययन में कहा गया है कि अगर पलायन में वृद्धि की रफ्तार यही रही तो क्षेत्र के लोगों के खिलाफ नस्ली भेदभाव तथा यौन हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है।