सीएम के सचिव के नाम ठगी करनेवाला पकड़ा गया
छावला निवासी संदीप कुमार ने ठगी की शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि गुलशन कुमार उर्फ गगन शर्मा ने खुद को दिल्ली की मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताकर उसे नौकरी दिलाने का झांसा दिया। फरवरी 2010 में दोनों की मुलाकात हुई और पहली ही मुलाकात में उसे नौकरी दिलाने का झांसा दिया और 25 हजार रुपये ले लिए। कुछ दिन बाद उसने एक फर्जी नियुक्ति पत्र उसे सौंप कर दिल्ली सचिवालय में क्लर्क की नौकरी के लिए भेज दिया। संदीप जब वहां पहुंचा तो नियुक्ति पत्र को फर्जी बताया।
जब संदीप गुलशन से मिला तो उसने फिर से उसे नौकरी दिलाने का झांसा दिया। साथ ही वक्त बेवक्त अधिकारियों को फोन करके संदीप की छोटी मोटी समस्याओं का समाधान करता रहा। दिसंबर 2011 में संदीप ने नौकरी लगवाने की बात की तो गुलशन उसे लेकर जयपुर गया। जहां मुख्यमंत्री कार्यालय में फोन के जरिए खुद को माननीय उपराष्ट्रपति का निजी सचिव बताकर संदीप को नौकरी लगवाने की कोशिश की। जब संदीप ने गुलशन से अपने रुपये मांगे तो उसने इनकार कर दिया।
अजय देवगन के फैन गुलशन ने बताया कि उसे फिल्म 'अपहरण" और 'राजनीति" देखने के बाद उसे पता चला कि राजनीति का सहारा लेकर क्या-क्या किया जा सकता है। लेकिन राजनीतिक लोगों के संपर्क की बात कहकर वह ठगी करने लगा। वह छोटे-मोटे काम को करवाने के लिए फोन से खुद को मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताकर काम करवा लेता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताकर गुलशन किसी का काम करता था। खासकर दिल्ली पुलिस में मामला जाने पर वह कंट्रोल रूम में फोन कर संबंधित अधिकारी को उसके मोबाइल नंबर पर बात करने को कहता था। कंट्रोल रूम से फोन आने पर अधिकारी कंट्रोल रूम में दिए गए नंबर पर फोन कर उससे बात करता था।