भोपाल गैस के पीड़ितों ने रोकी रेल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
जिससे गुस्साये लोगों ने पुलिस के कई वाहनों में आग लगा दी। गौरतलब है कि गैस त्रासदी के मुआवजे और राहत के लिए संघर्ष कर रहे पांच संगठनों ने संयुक्त रूप से रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। संगठन ने लोगों से अपील की थी कि वे भोपाल से होकर गुजरने वाली ट्रेनों से न गुजरें।
आपको बता दें कि 11 मई 2011 को सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि भोपाल गैस कांड के अपराधियों पर अब मुकदमा नहीं चलाया जायेगा और ना ही उनकी सजा में कोई इजाफा किया जायेगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पीड़ितो में काफी निराशा का माहौल है, उन्हें तगड़ा झटका और दुख लगा है। इसी बात से गुस्साये लोगों ने आज रेल रोको अभियान चलाया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3 दिसंबर 1984 को यूनियन कार्बाइड नामक कम्पनी के कारखाने से एक हानिकारक गैस जिसे कि CH4 कहा जाता है का रिसाव हुआ था जिससे लगभग 15000 से अधिक लोगो की जान गई थी। इस त्रासदी में बहुत सारे लोग अंधेपन के भी शिकार हुए थे ।
इस घटना का खामियाजा आज तक लोग भुगत रहे हैं। आज भी इस इलाके में बच्चे अपाहिज पैदा होते है, मां के दूध में जहरीले रसायन होने की बाते सामने आती है। भारत को इतिहास में ऐसी त्रासदी इससे पहले कभी नहीं आयी थी।