'बाबा रामदेव पर देशद्रोह का मुकदमा चलाओ'
बाबा रामदेव के खिलाफ यह याचिका उस बयान को लेकर है जिसमें उन्होंने कथित तौर पर सरकार के खिलाफ लीबिया और सीरिया की तर्ज पर विद्रोह करने की बात कही थी। अतिरिक्त सिविल जज भागीरथी वर्मा ने बुधवार को समाज सेवक मोहम्मद अली की इस याचिका को विचारार्थ स्वीकार किया और मामले की अगली सुनवाई 21 नवंबर को तय की है।
गौरतलब है कि योग गुरू बाबा रामदेव इन दिनों अपनी स्वाभिमान यात्रा के जरिये लोगों को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जागरूक करने के लिए निकले हैं। लेकिन अपनी यात्रा के जरिये कांग्रेस की आलोचना का कोई मौका छोड़ते नहीं है। वो अपनी यात्रा के जरिये इलाहाबाद पहुंचे थे जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अब कांग्रेस जवाब नहीं बल्कि एक्शन करे।
और तो और उन्होंने यह कहकर कि देश के भ्रष्टाचारियों के साथ गद्दाफी जैसा व्यवहार होना चाहिए। योग गुरू ने कहा कि गद्दाफी भ्रष्टाचार का प्रतीक है, जो भ्रष्टाचारी हैं उन्होंने भारत के ऊपर जुल्म और ज्यादतियां की हैं। जिसकी वजह से भारत गरीबी और महंगाई से जूझ रहा है। उन्होंने सरकार के खिलाफ लीबिया और सीरिया की तर्ज पर विद्रोह करने की बात कही थी। क्योंकि अब वक्त आ गया है कि इनके साथ ऐसा ही काम किया जाये क्योंकि यह लोग इसी के लायक है।