मायावती के खिलाफ दर्ज हो एक और मामला: भाजपा
भाजपा उपाध्यक्ष और प्रदेश चुनाव अभियान समिति के संयोजक कलराज ने कहा कि सीबीआई मायावती के वर्ष 2004 तक के आय से अधिक सम्पत्ति के मामलों की जांच कर रही है। वर्ष 2007 से वह पुन: सत्ता में हैं और इस दौरान उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे इसलिए सीबीआई को एक नया मामला दर्ज कर 2007 के बाद अर्जित की गयी सम्पत्तियों की भी जांच करनी चाहिए।
कलराज ने कहा कि इस सरकार के अधिकतर मंत्रियों ने भी भ्रष्टi तरीके से सम्पत्ति जमा की है, उनकी भी जांच होनी चाहिए। श्री मिश्र ने कहा कि बसपा कार्यकाल में प्रदेश का कुछ भी विकास नहीं हुआ है यहां तक की बसपा सरकार ने विकास की गाड़ी को पटरी से उतार दिया है। बसपा के इस कार्यकाल को प्रदेश के दुर्भाग्यशाली वर्ष के रूप में याद किया जायेगा। उन्होंने दावा किया कि मायावती ने गुजरात के विकास माडल का अध्ययन तो कराया लेकिन मूर्तियों और स्मारकों के प्रेम के कारण उसे लागू नहीं किया।
भाजपा नेता ने कहा कि चाहे नये राज्य के गठन की बात हो अथवा मजहबी आरक्षण की केन्द्र व प्रदेश दोनों सरकारें एक- दूसरे से आगे बढऩे की होढ़ में प्रदेश का विनाश कर रही हैं। यहां तक की जनस्वास्थ्य को भी इन्होंने राजनीति का मुद्दा बना लिया। पूर्वांचल में फैला इंसेफेलाइटिस राजनीतिक वाकयुद्ध का शिकार हो गया। कलराज ने श्री श्री रविशंकर का समर्थन करते हुए कहा कि वह रविशंकर की बात से सहमत हैं कि आध्यात्मिक देश में आजादी की लड़ाई के समय भी धर्मगुरूओं की महती भूमिका रही है।