यूएन ने दिए जांच के आदेश, आज नहीं दफनाया जाएगा गद्दाफी
42 साल तक लीबिया पर निरंकुश शासन करने वाले मुअम्मर गद्दाफी को विद्रोही सेनाओं ने गुरुवार को पकड़ लिया था। 69 वर्षीय गद्दाफी ने विद्रोहियों से रहम की भीख भी मांगी। विद्रोहियों ने गद्दाफी के बेटे को भी पकड़ लिया था। विद्रोहियों ने उसके बेटे को भी बुरी तरह पीट-पीटकर मार डाला। जिस समय विद्रोही गद्दाफी पर गोली चला रहे थे उस समय वह गोली न मारने के लिए हाथ जोड़ रहा था।
जानकारी यह भी मिल रही है कि गद्दाफी को गोली उसकी गोल्डन गन यानिकि उसकी सोने से बनी हुई पिस्टल से मारी गई है। जिसे वह हमेशा अपने पास रखता था। फिलहाल अभी इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। गद्दाफी की मौत की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र ने वहां की सरकार अनुरोध किया है। इस जांच के लिए उनको दफनाए जाने पर रोक लगा दी गई है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने कहा है कि गद्दाफी को जिंदा पकड़ा गया था। अब इसका पता लगाया जाना जरूरी है कि उसे किस तरह यातनाएं देकर मारा गया है।