मारुति सुजूकी श्रमिक विवाद समझौते की ओर
यूनियन ने समझौते के लिए दो तरफा दबाव की नीति अपनानी शुरू कर दी है। प्रबंधन के साथ समझौता कराने के लिए यूनियन के प्रधान पवन कुमार और महासचिव कुलदीप कुमार ने कमर कस ली है। वे प्रबंधन से भी बातचीत कर रहे हैं, साथ ही समझौते के लिए प्रबंधन पर दबाव बनाने के लिए संघर्षरत श्रमिकों के साथ विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हो रहे हैं। सुजूकी पावर ट्रेन और सुजूकी स्कूटर इंडिया लिमिटेड की यूनियन के पदाधिकारी भी संघर्षरत श्रमिकों के समर्थन में इक्टठे हो गए। उन्होंने शनिवार को किसी नतीजे पर पहुंचने का विश्वास जताया। उधर, जिले के डीसी पीसी मीणा का कहना है कि जिला प्रशासन ने श्रमिकों के आग्रह पर ही बैठक बुलाई थी।
बैठक
में
प्रबंधन
आने
के
लिए
तैयार
था,
लेकिन
श्रमिक
प्रतिनिधियों
के
नहीं
पहुंच
से
बैठक
नहीं
हो
सकी।
श्रमिक
चाहेंगे
तो
वह
शनिवार
को
भी
बैठक
बुलाने
के
लिए
तैयार
हैं।
गौरतलब
है
कि
मारुति
सुजूकी
के
मानेसर
प्लांट
के
कर्मचारी
गुड
कंडक्ट
बांड
पर
हस्ताक्षर
करने
को
तैयार
नहीं
है।
दूसरी
ओर
प्रबंधन
बांड
पर
बगैर
हस्ताक्षर
कराए
किसी
को
भी
काम
पर
रखने
को
तैयार
नहीं
है।
हड़ताली
श्रमिकों
का
कहना
है
कि
ऐसा
कंपनी
प्रबंधन
उन्हें
बेवजह
परेशान
करने
के
लिए
कर
रही
है।