तहरीर चौक में तब्दील हुआ इंडिया गेट
जिस तरह मिस्र की सरकार हुस्नी मुबारक के निरंकुश शासन से ऊब चुकी थी उसी तरह भारत की जनता भी भ्रष्टाचार की जड़ें उखाड़ना चाहती है। इसीलिए तो अन्ना हजारे को इस लेवल पर समर्थन मिल रहा है। लोगों के समर्थन से यूपीए सरकार भी मुश्किल में आ गई है। पूरे देश से लोग अब इंडिया गेट पर पहुंच रहे हैं। लोग चाहते हैं कि भ्रष्टाचार का उखाड़ने की इबाबत यहीं से लिखी जाए।
इस सयम देश का युवा, बच्चा और बुजुर्ग हर कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल चुका है। जिस तरह मिस्र के निरंकुश शासक हुस्नी मुबारक ने तहरीर चौक पर वहां की जनता के मोर्चे को दबाने की कोशिश की थी। उसी तरह सरकार ने अनशन की मशाल जलाने वाले अन्ना हजारे को गिरफ्तार कराकर इस आंदोलन को दबाने की कोशिश की थी। अब देखना है कि तहरीर चौक की तर्ज पर इंडिया गेट पर एक कामयाब आंदोलन को अंतिम रूप दे पाते हैं या नहीं।