आजादी की दूसरी लड़ाई में अन्ना की आंधी में पूरा देश बना महात्मा गांधी
आम जनता ही नहीं यूपीए सरकार में शामिल दलों को छोड़कर बाकी के राजनीतिक दल, समाजिक संगठन, धार्मिक संगठन, डाक्टर, वकील, समाजसेवी संगठन, समाजिक कार्यकर्ता, छात्र, घरेलू महिलाएं, बुजुर्ग, ऑटो चालक सहित भ्रष्टाचार के चुंगल में तिलमिला रहे देशवासियों ने हुंकार भर दिया है और आजादी की इस दूसरी लड़ाई में पूरा देश गांधी बनकर अन्ना के पीछे खड़ा है। हर कोई अन्ना की गिरफ्तारी का विरोध कर रहा है और मांग कर रहा है कि भ्रष्टाचार को मिटाने के लिये लोकपाल बिल किसी भी कीमत पर लाया जाये।
फेसबुक
से
लेकर
पान
की
दुकान
तक
अन्ना
पर
बहस
पूरा
देश
अब
एक
जूट
हो
चुका
है।
वैसे
यह
कहवात
कही
भी
गई
है
कि
सैलाब
जिस
भी
तरफ
जाता
है
हवाओं
के
साथ
ही
साथ
इतिहास
भी
अपना
रुख
उस
ओर
कर
लेती
है।
ऐसे
में
अन्ना
के
आंधी
की
सैलाब
ने
सोशल
नेटवर्क
साइट
फेसबुक
को
भी
अपने
रंग
में
रंग
लिया
है।
फेसबुक
पर
चारों
तरफ
अन्ना
को
ही
प्रमोट
किया
जा
रहा
है।
हर कोई अन्ना के सर्मथन मे अलग-अलग तरीके से अपने वॉल पोस्ट कर रहा है। यह तो फेसबुक की बात रही मगर पान की दुकानों की बात करें तो हर समय वहां भी सिर्फ अन्ना ही अन्ना है। दुकानों पर आने वालों लोग अब सिर्फ अन्ना पर ही चर्चा कर रहे हैं।
कचहरी छोड़कर सड़क पर उतरे वकील
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां भ्रष्टाचार का विरोध कर रहे अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के खिलाफ वहां के वकीलों ने भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। अदालतों के खुलते ही मंगलवार को अवध बार एसोसिएशन, सेंट्रल बार एसोसिएशन एवं लखनऊ बार एसोसिएशन के हजारों अधिवक्ता सड़क पर आ गये। अन्ना हजारे के समर्थन में नारे लगाते हुए वकीलों ने सोनिया गांधी व मनमोहन सिंह का पुतला फूंका।
अधिवक्ताओं के विभिन्न संगठनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह अन्ना से टकराव का रास्ता अपनाने के बजाय वार्ता कर हल निकालें। सुबह से ही उच्च न्यायालय स्थित अवध बार एसोसिएशन, लखनऊ बार एसोसिएशन, सेंट्रल बार एसोसिएशन सहित अन्य अधिवक्ता संगठनों में न्यायिक काम नहीं किया।
अन्ना
के
समर्थन
में
ऑटो
चालकों
की
हड़ताल
अन्ना के समर्थन में देश एकजुट नज़र आ रहा है। दिल्ली के एक बड़े ऑटो यूनियन ने बुधवार को हड़ताल का आह्वान किया है। न्याय भूमि नाम के इस यूनियन से जुड़े 10 हज़ार ऑटो चालक सड़कों पर नहीं उतरेंगे। ऑटो संघ के मुताबिक सरकार भ्रष्टाचार को मिटाना नहीं चाहती है और अन्ना की मुहिम को कुचल रही है। ऑटो संघ के पदाधिकारियों ने ऑटो चालकों से अपील की है कि वो सभी आज संसद तक होने वाले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लें। इस बीच भारतीय मज़दूर संघ से भी जुड़े करीब 50 हज़ार ऑटो वाले मंगलवार आधी रात से हड़ताल पर जा रहे हैं।
ऐसे में आप किस तरह से अन्ना को समर्थन करने या फिर उनकी गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे है या फिर चाहते हैं। आप हमें जरुर बताइएगा। आप अपनी मुल्यवान राय नीचे दिये गये कमेंट बाक्स में लिखकर हमें बता सकते हैं। हमें इंतजार रहेगा।