कैग रिपोर्ट पर पीएम ने की अपने आवास पर बैठक
इस बैठक में राष्ट्रमंडल खेलों में हुए घोटालों में शीला दीक्षित की भूमिका पर चर्चा होने की बात कही गई है। कैग की रिपोर्ट के बाद सरकार पर शीला दीक्षित को हटाने का दबाव आ गया है। हाल ही में बीजेपी ने घोटालों में फंसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से इस्तीफा मांग लिया था। अब शीला दीक्षित के घोटालों में फंसने के बाद बीजेपी के तेवर कड़े हैं। ऐसे में वह सदन में जरूर सरकार पर यह दबाव डालेगा कि शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाए।
उधर कैग की रिपोर्ट आने के बाद शीला दीक्षित की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। कैग की रिपोर्ट पर सीबीआई विचार करेगी। इसके लिए शीला दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है। कैग ने अपनी रिपोर्ट में खेलों के आयोजन के दौरान दिए गए ठेकों में हुए घोटालों का खुलासा किया है। इसमें स्ट्रीट लाइट और सड़कों के निर्माण में करोड़ों रुपयों की बर्बादी की भी बात कही गई है।
कांग्रेस पार्टी आदर्श सोसाइटी घोटाले में फंसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को हटा दिया था। अब ऐसे में क्या पार्टी दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हटाने का फैसला कर पाती है। इसके अलावा क्या पार्टी सोनिया गांधी की गैरमौजूदगी में यह फैसला ले पाएगी यह भी देखने वाली बात होगी। इतना जरूर है कि कैग की रिपोर्ट के बाद सरकार दबाव में जरूर आ गई है।