तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों को चाहिए हैदराबाद
हैदराबाद इस समय आंध्र प्रदेश की राजधानी है। यह भारत के मेट्रो सिटीज और हाईटेक सिटीज में आता है। पूरे आंध्र से यहां आने वाले लोगों ने यहां अपने घर बना लिया है। इस वजह से हर कोई चाहता है कि उनकी इस स्िथति में कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए। अलग तेलंगाना राज्य बनाने में भी यह परेशानी है कि हैदराबाद इसी राज्य की सीमा में आ जाएगी।
इसका भी हल निकाल लिया गया है। हैदराबाद के लिए हांगकांग का मॉडल निकाला गया है। जब अंग्रेजों ने चीन को आजादी दी थी तो उसके बाद चीन ने हांग कांग को एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन की तरह इस्तेमाल किया था। हैदराबाद के बारे में भी यही विचार किया जा रहा है।
हैदराबाद को भी अगर यह दर्जा मिल जाता है तो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों के सारे एडमिनिस्ट्रेटिव काम हैदराबाद से ही होंगे। ऐसा होने पर दोनों राज्यों की आवाम के लिए सहूलियत रहेगी। इसके बाद हैदराबाद को भी दिल्ली की तरह दर्जा मिल जाएगा जो खुद में ही एक राज्य बन चुका है।