कैबिनेट से छुट्टी की चर्चाओं के बीच पीएम से मिले मारन
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को संपादकों के साथ बैठक में इसके साफ संकेत दिए कि केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल पर दयानिधि मारन पर गाज गिर सकती है। क्योंकि मारन पर केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रहते हुए एयरसेल को बेचने के लिए मजबूर करने के आरोप हैं।
इस सिलसिले में एयरसेल के पूर्व मुखिया एस शिवशंकरन ने सीबीआई से न केवल इस बाबत शिकायत की थी, बल्कि इसे साबित करने के लिए उन्होंने कई अहम दस्तावेज भी सौंपे थे। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी शिवशंकरन के बयान और दस्तावेजों की तहकीकात कर चुकी है। अब इस मामले में दयानिधि मारन से पूछताछ के लिए सही समय का इंतजार कर रही है। जांच एजेंसी की उच्च स्तरीय बैठक 1 जुलाई को प्रस्तावित है और समझा जाता है कि दयानिधि से पूछताछ का समय 1 जुलाई को तय हो जाएगा।
हालांकि 8 जुलाई तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की बात भी हो रही है। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि मारन से पूछताछ के बाद ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। एजेंसी के पास एयरसेल मामले में मारन की संदिग्ध भूमिका साबित करने के लिए अहम दस्तावेज मौजूद हैं, जो एफआइआर दर्ज करने के लिए पर्याप्त हैं। मारन ने एयरसेल के स्पेक्ट्रम आवंटन के आवेदन को लंबे समय तक लटकाए रखा और शिवशंकरन द्वारा एक मलेशियाई कंपनी को बेचे जाने के तत्काल बाद एयरसेल को स्पेक्ट्रम आवंटित कर दिया गया।