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नक्‍सलियों की कैद में नहीं, मर्जी से उनके साथ रहना चाहती है जूही

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Bihar
पटना। अमेरिका से बिहार के जमुई में शोध के लिये आई भारतीय मूल की छात्रा जूही त्‍यागी के पहले लापता होने और फिर नक्‍सलियों द्वारा बंधक बनाये जाने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार जूही नक्‍सलियों के ही साथ है मगर उसे बंधक नहीं बनाया गया है। वह अपनी मर्जी से उनके साथ रहना चाहती है। इतना ही नहीं माओवादियों की तरफ से जूही को वापस जाने के लिये लगातार कहा जा रहा है मगर जूही वापस जाने को तैयार नहीं हो रही है।

टाइम्‍स नॉऊ न्‍यूज चैनल के हवाले से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार जूही का कहना है कि वह अपने रिसर्च कार्य के लिये सिर्फ एक हफ्ते तक नक्‍सलियों के साथ रहना चाहती है। वहीं दूसरी तरफ नक्‍सलियों ने पूरी तरह से जूही की जांच पड़ताल कर ली है। पूर्व में नक्‍सलियों को इस बात का शक था कि कहीं वह पुलिस की मुखबिर तो नही। पड़ताल करने के लिये नक्‍सलियों ने लगभग आधा दर्जन गांव वालों को बीती रात अज्ञात ठिकाने पर बुलाया और जूही और उसके साथ मौजूद एक अन्य युवक महुलिया टांड निवासी प्रदीप कुमार दास की पहचान करायी।

मालूम हो कि प्रदीप दास आदिवासियों पर काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था 'एकता परिषद' चलाते हैं और जंगलों में अक्सर जाते रहते हैं। इस बीच नक्सली जब जांच-पड़ताल से संतुष्ट हुए तब जाकर जूही को अपने साथ रखा। अब नक्सली उसे अपने संग और अधिक देर तक रखने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। इसी प्रकार भाकपा माओवादी के नक्‍सलियों ने किसी भी प्रकार की फिरौती की बात को सिरे से नकार दिया है। नक्सलियों का कहना है कि ये लड़की खुद उनके पास आई है। ऐसे में न तो जूही का अपहरण हुआ है और न ही कोई फिरौती की बात है। पूरे मामले पर पुलिस की चुप्पी आश्चर्य पैदा कर रही है। कहीं भी कॉम्बिंग ऑपरेशन नहीं चलाया जा रहा है।

मालूम हो कि अमेरिका से बिहार रिर्सच करने आई छात्रा जूही त्‍यागी का पता चल गया है। वह लापता नहीं हुई है बल्कि नक्‍सिलयों ने उसे बंधक बना लिया है। नक्‍सलियों ने जूही के सहयोगी को भी बंधक बनाया है। आपको बताते चलें कि जूही त्‍यागी 19 जून को अमेरिका से बिहार रिर्सच करने आई थी। जूही मूल रूप से बैंगलुरु की रहने वाली है और न्‍यूयार्क के स्‍टोनी बू्रक यूनिवर्सिटी की छात्रा है। जूही स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय न्यूयॉर्क से समाजशास्त्र में पीएचडी कर रही है

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English summary
An American university researcher, who reportedly went missing on June 29 along with her facilitator from the Jamui district, Bihar spoke to media and rubbished reports of her being kidnapped by Maoists. A resident of Bangalore Juhi Tyagi, in her mid 20s, a sociology research fellow at Stony Brook University in New York, is on a visit to the rural areas of Jamui in connection with her research on Maoist problems in India. Speaking to media Juhi said, "I don't know where the news came from, I am doing my research and just travelling around the villages here. Can you please issue a statement as it’s absolutely false.
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