पुलिस ने की पूछताछ तो सत्य साईं के भतीजे ने बाबा पर ही खड़े कर दिये सवाल
उन्होनें इन बातों पर तर्क पेश करते हुए कहा कि उन्हें यह बात समझ में नहीं आती कि सत्य साईं बाबा ने इतनी बड़ी संपत्ति अपनी निजी चेंबर में क्यों छिपा कर रखी थी? उन्होंने दावा किया कि एक ड्राइवर से बरामद हुए 35 लाख रुपए का न तो उनसे या फिर ट्रस्ट से कुछ लेना देना नहीं है। पुलिस ने 35 लाख रुपये के बारे में भी रत्नाकर से पूछताछ की और आज फिर पूछताछ किये जाने की संभावना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने उनसे 80 सवालों पर पूछताछ किये।
रत्नाकर ने पुलिस को पूछताछ में कहा है कि वे यह समझ नहीं पा रहे हैं कि साईं बाबा ने कीमती संपत्ति ट्रस्ट में जमा करने के बजाए अपने निजी चैंबर में क्यों रखी। रत्नाकर ने उन्हें बताया कि उन्हें लगता है कि बाबा को किसी पर भी भरोसा नहीं था। वे साईं बाबा के 25 सालों से करीबी हैं, लेकिन उन्होंने कभी उन्हें भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अनंतपुर पुलिस ने उनसे 35 लाख के बारे में तो पूछा ही साथ ही ट्रस्ट के बारे में और जानकारियां भी ली। पुलिस ने पूछा कि बाबा के चैंबर में इतनी नगदी, सोना और चांदी क्यों रखे गए, क्या उसमें से कुछ चोरी भी हुआ है, क्या कुछ और चैंबर अभी खोले जाना बाकी है। आंध्र प्रदेश सरकार भी पूरी गतिविधियों पर तीखी नजर रखे हुए है।
मालूम हो कि श्री सत्य साईं बाबा की देहावसान के लगभग ढ़ाई महिने बाद जब उनके बंद पड़े कमरे को खोला गया था तो सब के सब भौच्चके रह गये थे। श्री सत्य साईं बाबा के कमरे से लगभग 450 किलोग्राम सोना मिला था। बात सिर्फ इतने पर ही खत्म नहीं होती कमरे से भारी मात्रा में नगद, विदेशी मुद्रा और हीरे जवाहरात भी मिला था। हैरान कर देने वाली बात यह है कि बैंक के अधिकारियों ने पांच जीपों में पैसों को पुट्टापर्थी के बैंकों में जमा कराया है।