भारत-पाक वार्ता: आतंकवाद और दाउद वार्ता का हिस्सा नहीं
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में हमेशा से ही आतंकवाद के मुद्दे पर खटास रही है। कई बार भारत और पाकिस्तान ने मिलकर इस मुद्दे पर बातचीत कर चुके हैं। कई बार तो दोनों देशों के प्रधानमंत्री भी इस बैठक का हिस्सा रहे हैं। इसका कोई भी नतीजा नहीं सामने आया है।
इसके अलावा अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम पिछले कई सालों से पाकिस्तान में ही रह रहा है। भारत ने कई बार पाकिस्तान से दाउद को भारत को सौंपने को कहा है। पाकिस्तान हमेशा ही उसके अपने देश में न होने की बात कहता रहा है। भारत के पास इसके पक्के सुबूत हैं कि दाउद इब्राहिम पाकिस्तान में ही मौजूद है।
ऐसे में जब भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाली विदेश सचिव स्तर की इस वार्ता में अगर आतंकवाद और दाउद इब्राहिम के मामले को शामिल नहीं किया है तो इस वार्ता का मकसद क्या है। निरुपमा राव ने कहा था कि वे इस वार्ता में खुले दिमाग से शामिल होने जा रही हैं। जब वार्ता का कोई मुद्दा ही नहीं हो तो दिमाग खुला हो या बंद क्या फर्क पड़ता है।