हरियाणा: मान गए कांडा, बच गई सरकार
इससे बाद अगने दिन पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल के घर शोक जताने के बाद कांडा हिसार रेस्ट हाउस आए और किसी निजी गाड़ी से अज्ञात स्थान पर चले गए। उन्होंने फोन भी रिसीव नहीं किए। न पत्रकारों के। न ही अपने स्टाफ और परिवार के। अफवाहों का बाजार गरम हो गया कि कांडा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। मगर कांडा ने रात साढ़े नौ बजे दिल्ली में सीएम हुड्डा से उनके निवास पर मुलाकात की और बयान दिया कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया। नाराजगी थी, उसे दूर कर लिया है।
रात में हुए इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश सरकार को लेकर लग रहे कयासों पर विराम लग गया।हिसार में कांडा के जाने के बाद अफसर और खुफिया विभाग भी सतर्क हुए। एसडीएम अमरदीप जैन भी रेस्ट हाउस पहुंचे और तुरंत चले गए। डेढ़ घंटे बाद कांडा की गाड़ी चंडीगढ़ रोड पर जाती देखी गई। उनका सुरक्षा दस्ता यहीं था। पहले चर्चा यह भी थी कि गिल्लाखेड़ा भी नाराज हैं। मगर बाद में पता चला कि वे सरकार के साथ हूं। कांडा से बात करने की कोशिश की गई मगर वह फोन नहीं उठा रहे थे। उनके पीए देवकांत शर्मा ने कहा कि मंत्री जी कहां है, उन्हें नहीं पता। सिरसा में उनके छोटे भाई गोविंद कांडा से बात की गई तो वह बोले, भाई साहब हमारे फोन भी नहीं उठा रहे हैं।
उधर, दिल्ली की तरफ शाम के बाद तेजी से घटनाक्रम बदला। कांडा गुडग़ांव में फरीदाबाद रोड स्थित अपने गेस्ट हाउस में शाम को पहुंच गए थे। दूसरी तरफ रात करीब साढ़े 9 बजे हमारे चंडीगढ़ संवाददाता का कांडा से संपर्क हुआ तो उन्होंने कहा कि मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है। वैसे ही अफवाह उड़ा दी गई। परिवारों में नाराजगी दूर कर ली जाती है। वे सरकार के साथ हैं, मंत्री हैं और रहेंगे। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार प्रो. विरेंद्र सिंह ने कहा कि अफवाहें फैलाई गई, कोई इस्तीफा नहीं दिया गया था। कांडा सरकार के साथ ही रहेंगे। मुख्यमंत्री ने उनकी बातें सुनकर सब कुछ सही कर दिया है।