मारन की छुट्टी लगभग तय, विभागों में भी परिवर्तन संभव
वहीं अटकलें लगाई जा रही है कि दयानिधि मारन के अलावे बाबा रामदेव कांड में हुई सरकार की फजीहत के कारण गृहमंत्रालय से केंद्रीय मंत्री पी. चिंदबरम की भी छुट्टी हो सकती है हालांकि यह सिर्फ कयासभर है क्योंकि अबी कोई भी इसकी पुष्टि करने को तैयार नहीं है पर सूत्रों का कहना है कि पी. चिदंबरम के आलावे कुछ अन्य मंत्रियों मसलन वीरप्पा मोईली, पवन कुमार बंसल, सलमान खुर्शीद के मंत्रालयों में भी परिवर्तन हो सकते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूर्व दूरसंचार मंत्री औऱ इस समय में केंद्र में कपड़ा मंत्री दयानिधि मारन पर अब कार्रवाई तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि एयरसेल के पूर्व मुखिया के बयान के बाद जैसे ही सीबीआई इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करेगी, सरकार वैसे ही इनकी छुट्टी कर देगी। यानी द्रमुक कोटे से ये दूसरे मंत्री होंगे जिनकी छुट्टी होगी। इससे पहले 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में दूर संचार मंत्री रहे ए, राजा की पहले ही विदाई हो चुकी है।
गौरतलब है कि एयरसेल के पूर्व मुखिया एस. शिवशंकरन ने कहा है कि दयानिधि मारन ने उन्हें एयरसेल बेचने पर मजबूर किया था। इसके लिए उन्होंने जांच एजेंसी को उन लोगों के नाम-पते दिए हैं, जो मारन की ज्यादतियों के चश्मदीद गवाह हैं। उन्होंने कहा कि मारन इन्हीं लोगों के माध्यम से शिवशंकरन पर एयरसेल बेचने के लिए दबाव बना रहे थे। इनमें एयरसेल से जुड़े वकील और चार्टर्ड एकाउंटेंट शामिल हैं।
सीबीआइ जल्द ही इन सभी को पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रही है। शिवशंकरन का कहना था कि दूरसंचार मंत्री रहते हुए मारन ने उनके वाणिज्यिक साम्राज्य को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया और उन्हें मजबूर होकर देश से बाहर जाना पड़ा। छह साल बाद शिकायत करने के संबंध में शिवशंकरन ने बताया कि पूर्व दूरसंचार मंत्री राजा की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल होने से कानून पर उनका भरोसा बढ़ा है। अब सीबीआइ शिवशंकरन का मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज कराने की तैयारी में है।
वहीं स्वामी रामदेव के अनशन से निपटने के पुलिसिया तांडव का असर इसी महीने होने वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के फेरबदल पर भी पड़ सकता है। क्योंकि जिस प्रकार से सरकार की इस मु्द्दे पर फजीहज हुई है उससे गृहमंत्री पी.चिदंबरम पर लाठी चलना तय माना जा रहा है। हालांकि पी. चिदंबरम अपने गृहमंत्रित्व काल में बेहतर गृहमंत्री बताए जा रहे हैं।
सरकार गृहमंत्री के अलावे विदेश मंत्री, रेलमंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री और जल संसाधन मंत्री पद पर नए चेहरे ला सकती है। सूत्रों ने बताया कि सुशील कुमार शिंदे को गृहमंत्री के लिए सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है वहीं वीरप्पा मोईली को कानून मंत्रालय से हटाकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय में भेजे जाने की बात हो रही है।
मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के पास दो मंत्रायल है। वे दूरसंचार मंत्री भी हैं। इसलिए उनसे एक मंत्रालय का काम वापस लिया जा सकता है। संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल और जल संसाधन विकास मंत्री सलमान खुर्शीद के नाम कानूनमंत्री के लिए चल रहे हैं। चिंदबरम को विदेश मंत्रालय की कमान मिल सकती है वैसे वे वित्त के लिए भी इच्छुक हैं। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के महासचिव जनार्दन द्विवेदी को मंत्रिमंडल में नए चेहरे के रूप में जगह मिल सकती है।