सोनिया-मायावती भ्रष्टाचार के दो रूप : भाजपा
भाजपा सांसद तरूण विजय का कहना है कि सोनिया गांधी व मायावती बाहर से तो अलग दिखायी देते हैं परन्तु अंदर ही अंदर दोनों ने एक दूसरे से हाथ मिला रखा है। जब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बचाने की जरूरत होती है तो बसपा सांसद कांग्रेस को समर्थन देकर उनकी सत्ता बचा लेते हैं तथा जब मायावती पर संकट आता है तो उनके खिलाफ जांचों को ठण्डे बस्ते में डाल दिया जाता है।
तरुण विजय ने आरोप लगाया कि देश के भ्रष्टाचार की जब भी बात होगी तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती का नाम अवश्य लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक ओर दिल्ली में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्री और अधिकारी जेल जा रहे हैं जबकि सरकार खुद को पाक-साफ बता जनता को धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि अभी भी द्रमुक प्रमुख करूणानिधि तथा केन्द्रीय मंत्री शरद पवार के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का निपटारा नहीं हो पाया है।
श्री विजय के अनुसार जितने घोटाले के आरोप कांग्रेस सरकार पर लगे हैं उतने आरोप अभी तक किसी अन्य सरकार पर नहीं लगे यह हकीकत बताती है कि कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचार में किस हद तक डूब चुके हैं। पार्टी प्रवक्ता श्री विजय ने आरोप लगाया प्रदेश के हालात भी केन्द्र के समान ही हैं, मंत्री से लेकर अधिकारी तक सब भ्रष्टाचार में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दलितों की कही जाने वाली सरकार गांवों में पेयजल, शौचालय व रोजगार के अवसर तक मुहैया नहीं करा पा रही है।
हालांकि राजधानी लखनऊ में पत्थरों की अपनी मूर्तियां और बड़े-बड़े पार्क बनवाकर करोड़ों रूपए अवश्य खर्च कर दिए गये हैं। श्री विजय ने कहा कि 'पत्थरप्रिय' सरकार की मुखिया अंबेडकर के नाम पर राजनीति करती है, लेकिन उन्हें शायद यह नहीं मालूम है कि बाबा साहेब सामाजिक उत्थान और समानता की बात करते थे।