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कुलवंत हॉल में सत्‍य साईं को अंतिम विदाई

By Ajay Mohan
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Satya Sai Baba
पुट्टापर्थी। आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा के अंतिम दर्शन के बाद अब उन्‍हें अंतिम विदाई पुट्टापर्थी स्थित उनके आश्रम के कुलवंत हॉल में दी जा रही है। देश के कोने-कोने से आये पंडित मंत्रोच्‍चारण के साथ उनकी समाधी की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। उन्‍हें अंतिम विदाई देने के लिए 600 से अधिक वीआईपी लोग यहां मौजूद हैं। आम जनता को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। हालांकि समाधी प्रक्रिया पूरी होने के बाद लोगों को समाधी पर आकर श्रद्धांजली देने के लिए द्वार खोल दिए जायेंगे।

राजकीय सम्‍मान के साथ बाबा की अंतिम विदाई के लिए मंगलवार की रात 9 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया, जिसमें बाबा को मंत्रोच्‍चारण एवं विधि-विधान के साथ उन्‍हें समाधी में विलीन किये जाने की प्रक्रिया जारी है। सभी भक्‍तों की आंखें नम हैं और सभी इस समय ओम साईं राम का जप कर रहे हैं, वहीं देश के अलग-अलग जगहों से आये 15 पुरोहित महासमाधी के लिए मंत्र पढ़ रहे हैं। यहां देश की सात प्रमुख नदियों का जल लाया गया है, जिसे समाधी प्रक्रिया के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है।

इस मौके पर आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री किरन कुमार रेड्डी, विपक्षी नेता जगन मोहन रेड्डी, कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा, भाजपा के विरष्‍ठ नेता लाल कृष्‍ण आडवाणी, वैंकेया नायडू, चंद्रबाबू नायडू, शिवराज पाटील समेत कई गणमान्‍य लोग मौजूद हैं।

गौरतलब है कि मंगलवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंगलवार रात को प्रशांति निलयम आश्रम के बाहर कतारों में लगे रहे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साईं बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की। बाबा के अंतिम दर्शन के लिए प्रशांति निलयम आश्रम के अधिकारियों ने मंगलवार शाम छह बजे तक का समय निर्धारित किया था लेकिन श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को देखते हुए यह समय सीमा पहले रात 8 बजे तक और फिर बाद में आधी रात तक के लिए बढ़ा दी गई।

बाबा के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्त पुट्टापर्थी पहुंचे हैं। इससे कस्बे में स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था अपर्याप्त साबित हुई। बाबा का अंतिम दर्शन पाने के लिए श्रद्धालु गर्मी, भूख और प्यास की परवाह किए बिना चार किलोमीटर दूर तक कतारों में लगे रहे।

अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वे शाम छह बजे के बाद बाबा का दर्शन करने कस्बे में न आएं इसके बावजूद आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भक्तों का कस्बे में पहुंचना जारी रहा। अधिकारियों को श्रद्धालुओं को नियंत्रित और अतिविशिष्ट लोगों के लिए व्यवस्थाएं करने में मशक्कत करनी पड़ी।

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English summary
Sathya Sai Baba is being buried on Wednesday at the Sai Kulwant hall in Puttaparthi with full state honours. Three days after his death, Sathya Sai Baba is being buried with all mantras. The ceremony is going on in Puttaparthi.
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