जैतापुर: 'हत्यारे' पुलिस अधिकारी के निलंबन पर अड़ा परिवार
मालूम हो कि सोमवार को परमाणु योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस अधिकारियों ने गोलीबारी की थी। इसके विरोध में मंगलवार को शिव सेना ने रत्नागिरि बंद का ऐलान भी किया हुआ है। मंगल वार को स्ठानीय जनता में सरकार के इस रवैये के खिलाफ बतहाशा आक्रोश देखा जा रहा है। लोग-लोग जगह-जगह आगजनी और तोड़-छोड़ कर रहे हैं। रत्नागिरि के जिस अस्पताल में तबरेज का पोस्टमार्टम किया गया वहां भी लोगों ने जम कर तोड़-फोड़ मचाई।
कोंकण बचाओ समिति (केबीएस) की अध्यक्ष वैशाली पाटील कहती हैं कि तबरेज की पत्नी सहित अन्य पारिवारिक सदस्य रत्नागिरी सिविल अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं। तबरेज का शव इसी अस्पताल में रखा हुआ है। पाटील ने कहा, "हम अंतिम संस्कार के लिए शव पर तब तक दावा नहीं करेंगे जब तक कि सरकार सोमवार को निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी का आदेश देने वाले उप प्रभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओ) को निलम्बित नहीं कर देती है।"
केबीएस, जनहित सेवा समिति और कई अन्य गैर सरकारी संगठन व लोक समूहों ने यह मांग भी उठाई है कि मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें और 9,900 मेगावाट की जैतापुर परियोजना को रद्द करें।