अर्थ आवर में अंधेरे में डूब जाएगा उत्तर प्रदेश
लखनऊ। गैर जरूरी बिजली उपकरणों को एक घंटा बंद रखा जाए। इसी संदेश के साथ मनाए जाने वाले विश्व अर्थ आवर के अवसर पर रात 8.30 से 9.30 बजे तक बिजली बंद रखी जाएगी। पर्यावरण संरक्षण के लिए चजाए जा रहे इस अभियान से लाखों रुपयों की बिजली बचने की संभावना है।
निदेशक तकनीकी केबी राम के अनुसार अकेले राजधानी में ही एक घंटे के दौरान पांच लाख की बजत होगी। उन्होंने अपील की कि आज के दिन सभी लोग अभियान में हिस्सा लें तथा देश के विकास में योगदान करें। विश्व में तेजी से हो रहे विकास के कारण पर्यावरण को भारी क्षति हो रही है। पेड़ पौधों से लेकर हवाएं तक दूषित हो रही हैं। विकस में बिजली की अहम भूमिका है वहीं बिजली उत्पादन को बढ़ाने में पेड़ पौधों की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
जरूरी है कि इन पेड़ों को बचाया जाए क्योंकि यदि पेड़ न रह तो न तो कोयला होगा और नहीं बिजली। आवश्यक है कि लोग इसके महत्व को समझे और अर्थ ऑवर में शामिल होकर देश के विकास में योगदान दें। प्रदेश व देश ही नहीं विश्व के 131 देश 26 मार्च को अर्थ ऑवर मनाते हैं। ज्ञात हो कि वर्ष 2007 से प्रति वर्ष यह अभियान चलाया जा रहा है और धीरे-धीरे अभियान में शामिल देशों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अभियान की शुरूआत ऑस्ट्रेलिया से हुई थी लेकिन आज यह विश्व के कई देशों में फैल चुका है।
देश में दिल्ली, मुंबई, पूणे, अहमदाबादव बैंगलोर चन्नई व कोलकता समेत 50 शहर रात साढ़े बजे से एक घंटे अधेरे में रहेंगे। इधर राज्यपाल बीएल जोशी ने एलान किया कि राजभवन में सभी गैर जरूरी उपकरणों को एक घंटे के लिए बंद रखा जाए ताकि बिजली की बचत की जा सके। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा तकि आने वाली पीढ़ी को प्रदूषण मुक्त वातावरण मिल सके।