नोट के बदले वोट: 'जब कुछ पता नहीं तो क्यों बने हो प्रधानमंत्री'
सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए उनके उस बयान पर सफाई मांगी जो उन्हेने वोट के बदले नोट प्रकरण पर संसद में दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि मैने किसी भी व्यक्ति को वोट खरीदने के लिए नहीं नियुक्त किया था और मुझे इस मामले के बारे में बिल्कुल जानकारी नहीं है। ये पहली बार नहीं है सदन में प्रधानमंत्री ने खुद को पाक-साफ बताने के लिए अपनी अज्ञानता का प्रदर्शन किया है।
इससे पहले इसरो के एंट्रिक्स सौदे में हुए भ्रष्टाचार और सीवीसी के पद पर पीजे थॉमस की नियुक्ति के संदर्भ में भी प्रधानमंत्री ने अपनी अनभिज्ञता प्रकट की थी। हालांकि सीवीसी मामले में उन्होने अपनी गलती मानी थी पर इसका ठीकरा उस समिति पर फोड़ा था जिसने थॉमस की नियुक्ति के संदर्भ में उन्हे परामर्श दिया था। प्रधा नमंत्री ने एक बार फिर वोट के बदले नोट प्रकरण में सांसदों को खरीदे जान ेक मुद्दे पर विकीलीक्स खुलासे के बाद अपनी अनभिज्ञता प्रकट कर खुद को निर्दोष बताया है।