जापान: सुनामी के बाद रेडिएशन फैलने का खतरा
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जापान ने इस खबर की पुष्टि करते हुए रेडियोधर्मी विकिरण के रिसाव की बात भी स्वीकार की है। जापान के फुकुशिमा इलाके में रहे रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है और इस जगह को खाली करा लिया गया है। जापानी सरकार के मुताबिक, अत्यधिक गर्म हो रहे संयंत्र में भारी दबाव की वजह से रेडियोधर्मी विकिरण बाहर फैल रहा है।
भूकम्प आने से परमाणु संयंत्रों को मिलने वाली बिजली और जल आपूर्ति बाधित हो गई है जिससे संयंत्र को ठंडा करने के उपकरण बंद हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, आपात स्थिति के लिए रखे गए जेनरेटर ने भी काम करना बंद कर दिया जिससे यह विकिरण रिसाव के हालात पैदा हो गए।
जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने शनिवार को संयंत्र के आसपास के खाली कराए जाने वाले इलाके का दायरा बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने की घोषणा की है। इससे पहले प्रशासन ने संयंत्र के आस-पास के दो किलोमीटर के दायरे को खाली कराने की घोषणा की थी। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिकी वायुसेना ने जापान के संकटग्रस्त परमाणु संयंत्र के लिए शीत उपकरण भेजे हैं।
जापानी प्रधानमंत्री नाओतो ने हेलीकॉप्टर से आपदाग्रस्त इलाके का दौरा किया। शुक्रवार को उत्तरी जापान में आए 8.9 रिएक्टर तीव्रता के भूकम्प के बाद समुद्र में 10 मीटर ऊंची सुनामी लहरें उठीं जिससे तटीय इलाकों के शहरों में भारी तबाही हुई। जापान में यह अब तक का सबसे तीव्र भूकम्प है।