पुलिस चौकी के अंदर घुसकर कांस्टेबिल की निर्मम हत्या
लोगों का कहना है कि जब थाने या चौकी पर पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम इंसान कहां सुरक्षित होगा? देश में गुण्डाराज का यह जीता जागता उदाहरण है। हत्या, लूट जैसी वारदातों के बाद अब थाने में हुई इस वारदात से पुलिस जवानों का मनोबल भी गिरा है। धारदार हथियार से पुलिस स्टेशन के भीतर कांस्टेबिल की निर्मम हत्या की यह सनसनीखेज वारदात प्रेमनगर, कोटा (राजस्थान) में हुई। घटना की खबर जैसे ही आस-पास के इलाके में फौली लोग दहशत में आ गये और अपना दरवाजा बंद कर लिया। घटना के बावत कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उद्योगनगर थाना इलाके की इंदिरा गांधी नगर पुलिस चौकी पर कांस्टेबिल नंदराम नरेड़ा (52) गुरूवार को निगरानी ड्यूटी पर था। वह रात करीब 9 बजे चौकी पर गया था। चौकी का अन्य स्टाफ क्षेत्र में गश्त पर था। नंदराम चौकी परिसर में कुर्सी पर बैठा था कि करीब साढ़े 9 बजे उस पर पीछे से किसी ने धारदार हथियार से हमला कर दिया।
किसी ने उसे देखा तो थाने पर खबर की। सूचना मिलने पर थाने का स्टाफ कांस्टेबिल को अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसकी मौत हो गयी। डॉक्टरों के अनुसार उस पर तीन वार किए, इनमें से एक सिर पर व दो गर्दन पर लगे। गर्दन पर एक गंभीर घाव हुआ और संभवत: यही जानलेवा साबित हो गया। अब आप ही बताईए जब हमारी सेवा में तत्पर पुलिसकर्मी खुद ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता का क्या होगा? आप
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