मप्र में कर्ज से परेशान किसान ने जान दी
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को छतरपुर जिले के ईसानगर थाना क्षेत्र के पठरदा गांव में कुंजी अहिरवार ने फांसी लगा कर जान दे दी। कुंजी के पास पांच एकड़ भूमि है, बीते साल फसल बर्बाद हो गई थी और इस वर्ष फिर फसल चौपट हो गई।
परिजनों का कहना है कि कुंजी पर लगभग 40 हजार का कर्ज भी था। इससे वह परेशान और तनाव में रहता था। इसी के चलते उसने खेत पर जाकर फांसी लगाकर जान दे दी है। छतरपुर के कलेक्टर ई. रमेश का कहना है कि किसान की आत्महत्या की जानकारी उन्हें मिली है। इसके लिए मौके पर जांच दल भेजा गया है।
वहीं दमोह जिले में किसान नन्हे अहिरवार की पत्नी आशारानी ने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की है। आशारानी पथरिया थाने क्षेत्र की रहने वाली है। उसका कहना है कि चार एकड़ उसकी जमीन है और सात एकड़ ठेके पर ली है। इसमें फसल चौपट हो गई वहीं उस पर कर्ज भी है। इससे वह तनाव में थी और उसने कीटनाशक पीकर जान देना उचित समझा। आशारानी जिला चिकित्सालय में भर्ती है।
इस तरह प्रदेश में अब तक नौ किसान फसल बर्बाद होने व कर्ज के चलते जान दे चुके हैं, वहीं छह ने आत्महत्या की कोशिश की है। प्रदेश में लगभग 3500 करोड़ की फसल चौपट होने की आकलन रिपोर्ट आई है। सरकार की ओर से राहत वितरण की भी शुरुआत कर दी गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।