मप्र में एक और किसान ने की जान देने की कोशिश
मिली जानकारी के मुताबिक मिहोना गांव के रहने वाले दलित किसान राजू अहिरवार ने अपनी चार एकड़ और 10 एकड़ ठेके पर ली गई जमीन में अरहर, चना के अलावा सब्जियां बोई थी। मौसम की मार के चलते उसकी फसल बर्बाद हो गई थी वहीं उस पर कर्ज भी है। इससे परेशान होकर उसने चूहा मार दवा खा ली। उसे गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
राजू का कहना है कि फसल बर्बाद होने के साथ उस पर कर्ज है, लिहाजा परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है। वहीं जिलाधिकारी एस.पी.एस. सलूजा ने आईएएनएस को बताया कि राजू ने पारिवारिक कारणों के चलते चूहामार दवा खाई है। यह बात प्राथमिक जांच में सामने आई है।
मालूम हो कि प्रदेश में बीते एक माह की अवधि में आठ किसान आत्महत्या कर चुके हैं। आत्महत्या करने वालों में दो किसान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर व तीन किसान कृषि मंत्री राम कृष्ण कुसमारिया के गृह जिले दमोह से आते हैं। इसके अलावा सागर, नरसिंहपुर व छिंदवाड़ा में एक-एक किसान ने आत्महत्या की है। वहीं दमोह में चार किसानों ने आत्महत्या की कोशिश की है।
प्रदेश सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं। जिनमें 500 करोड़ रुपये का विशेष प्रबंध करना, लगान माफ करना, एक प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज देना और एक साल के कर्ज का ब्याज माफ करना प्रमुख है। इसके बाद भी किसानों की आत्महत्या की कोशिशों का सिलसिला जारी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।