शांति वार्ता के लिए उल्फा की इस सप्ताह बैठक
उल्फा के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि यह बैठक पश्चिमी असम के नलबारी जिले में की जाएगी और इसमें सभी वरिष्ठ उल्फा नेता हिस्सा लेंगे।
बैठक में उल्फा के अध्यक्ष अरविंद राजखोवा, उपाध्यक्ष प्रदीप गोगोई, उप कमांडर-इन-चीफ राजू बरुआ, स्वयंभू विदेश सचिव साशा चौधरी, वित्त सचिव चित्रभान हजारिका, प्रचार प्रमुख मिथिंगा डेमरी, सांस्कृतिक सचिव प्रनति देका और प्रमुख विचारक भीमकांत बुरागोहेन शामिल होंगे।
इन सभी आठ नेताओं को सरकार ने शांति वार्ता शुरू करने के लिए एक-एक कर जमानत पर रिहा कर दिया है।
एक उल्फा नेता ने कहा कि यह केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक है। इसमें तय शर्तो को बाद में उल्फा की शीर्ष समिति में औपचारिक स्वीकृति के लिए रखा जाएगा।
उल्फा नेताओं ने इससे पहले सरकार के सामने बिना शर्त शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उसके लिए उन्होंने जेल में बंद आठ नेताओं को रिहा करने की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि उल्फा का कमांडर-इन-चीफ परेश बरुआ अभी भी फरार चल रहा है।
राजखोवा का कहना है कि परेश बरुआ भी शांति वार्ता के पक्ष में है।
केंद्र सरकार ने पी. सी. हाल्दार को उल्फा के साथ शांति वार्ता के लिए वार्ताकार नियुक्त किया है।
उल्फा की अलग राज्य के लिए 1979 से चलाई जा रही हिंसक गतिविधियों में अब तक करीब 10,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।