सबरीमाला हादसा : 102 की मौत, न्यायिक जांच की घोषणा
वेंदिपेरियार/कुमिली (केरल)। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के समीप शुक्रवार रात हुई त्रासदी में मरने वालों की संख्या 102 पहुंच गई। इन सभी शवों का पोस्टमार्टम कुमिली अस्पताल में करने के बाद ज्यादातर शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। हादसे में करीब 60 लोग घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री वी. एस. अच्युतानंदन ने घटना की न्यायिक जांच कराने और मृतकों के परिजनों एवं घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की। राज्य में तीन दिनों का शोक घोषित किया गया है। इस बीच विपक्ष ने सरकार पर तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा बंदोबस्त सुनिश्चित न करने का आरोप लगाया है।
इस
घटना
पर
राष्ट्रपति,
प्रधानमंत्री
और
रक्षा
मंत्री
ने
अपनी
शोक
संवेदना
प्रकट
की
है।
केंद्र
सरकार
की
ओर
से
भी
मुआवजे
की
घोषणा
की
गई
है।
शवों
का
पोस्टमार्टम
60
डॉक्टरों
के
एक
दल
ने
किया।
शनिवार
सुबह
शुरू
किया
गया
पोस्टमार्टम
शाम
के
पांच
बजे
समाप्त
हुआ।डॉक्टरों
ने
बताया
कि
90
शवों
की
शिनाख्त
की
जा
चुकी
है,
इनमें
से
70
शवों
को
उनके
परिजनों
को
सौंप
दिया
गया
है।
करीब
18
शवों
को
संलेपन
के
लिए
कोच्चि
भेजा
गया
है।
अधिकारियों के मुताबिक 12 अज्ञात शवों को कोट्टयम मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा। सरकार ने शवों को उनके घरों तक भेजने के लिए 80 एम्बुलेंसों को लगाया है।इस बीच कांगेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने एक सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने में असफल होने पर सरकार की आलोचना की।
शुक्रवार रात से वेंदिपेरियार में जमे विपक्ष के नेता ओमेन चैंडी ने कहा, "सरकार सबरीमाला जैसे धार्मिक स्थानों पर जहां तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, सुरक्षा बंदोबस्त सुनिश्चित करने में नाकाम हुई है। सरकार वहां पर्याप्त बुनियादी जरूरतों को मुहैया कराने में भी असफल हुई है।"कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रेमेश चेन्निथला ने सरकार से मुआवजे की राशि पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने की मांग की।
सरकारी रिपोर्ट में शनिवार को कहा गया कि पुलुमेदु के जंगलों में शुक्रवार रात टैक्सी, ऑटोरिक्शा चालकों तथा श्रद्धालुओं के बीच हुए विवाद के हिंसक रूप लेने के बाद भगदड़ मची।
राज्य के मुख्यमंत्री वी. एस. अच्युतानंदन ने शनिवार सुबह कुमिली का दौरा किया। अच्युतानंदन ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार प्रत्येक मृतक के परिजनों को 500,000 रुपये की सहायता राशि देगी। गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000 तथा मामूली रूप से घायल लोगों को 25,000 रुपये दिए जाएंगे।
वर्ष 2008 में हुई थेक्कडी नौका दुघर्टना की भी इसी तरह न्यायिक जांच की घोषणा हुई थी, लेकिन इस मामले में अब तक केवल एक बार बैठक हुई है।हादसा शुक्रवार रात करीब आठ बजे हुआ। श्रद्धालु तीन महीने की तीर्थयात्रा के सबसे महत्वपूर्ण घटना मकर ज्योति का दर्शन करने के बाद लौट रहे थे। पहाड़ियों से घिरा यह स्थान पथानमथीट्टा जिले के सबरीमाला मंदिर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
पुलुमेदु वन क्षेत्र वेंदिपेरियार कस्बे से करीब 10 किलोमीटर दूर है। इसकी पहाड़ी पर तीर्थयात्री सबरीमाला के मकर ज्योति का दर्शन करने के लिए एकत्र होते हैं।राज्य वन विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि टैक्सी, ऑटोरिक्शा चालकों और कुछ श्रद्धालुओं के बीच विवाद के हिंसक रूप लेने के बाद लोगों के बीच भगदड़ मची।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलुमेदू में मकर ज्योति के दर्शन के लिए काफी लोग एकत्र थे। दर्शन करने के बाद कुछ श्रद्धालु वेंदिपेरियार जाने के लिए ऑटोरिक्शा पकड़ने गए क्योंकि ऑटोरिक्शा वहां टैक्सी के रूप में चलने वाली जीप से कम किराया वसूल रहे थे।शवों को पहले वेंदिपेरियार स्थित सरकारी अस्पताल लाया गया था और फिर वहां से उन्हें इदुक्की जिले के कुमिली में सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सबरीमाला मंदिर के समीप हुए हादसे में 100 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया है।राष्ट्रपति ने राज्य के मुख्यमंत्री वी. एस. अच्युतानंदन और राज्यपाल आर. एस. गवई को भेजे शोक संदेश में इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है।प्रधानमंत्री ने इस हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के निकट सम्बंधियों को एक लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक मनमोहन सिंह ने शनिवार सुबह अच्युतानंदन से बात की और इस हादसे के प्रति गहरा दुख जताया। उन्होंने इस हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के निकट सम्बंधियों को एक लाख रुपये तथा प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।रक्षामंत्री ए. के. एंटनी ने एक समाचार चैनल से कहा कि उनका मंत्रालय बचाव अभियान में पूरी सहायता करेगा।