मिजोरम ने स्थायी खेती के लिए अपनाई नई नीति
मिजोरम के मुख्यमंत्री ललथनहावला ने शुक्रवार देर शाम नई नीति की घोषणा की और आईजोल में कार्यक्रम के दौरान 400 किसानों में से प्रत्येक को 20,000 रुपये का वितरण किया।
इसके साथ राज्य के आठ जिला मुख्यालय में भी नई नीति को शुरू करने के लिए इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हिंसा के कारण आम लोगों की आजीविका पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। नई भूमि उपयोग नीति मेहनत करने वालों के लिए बेहतर जीवन का रास्ता तैयार करेगी।
उन्होंने कहा कि नई भूमि उपयोग नीति शुरू होने के कारण 14 जनवरी को किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मिजोरम में झूम खेती की परम्परा है, जिसके तहत नई-नई जगहों पर जंगल काट कर जला दिए जाते हैं और उन स्थानों पर खेती की जाती है। इस प्रक्रिया में जंगलों का तो विनाश होता ही है। मिट्टी की गुणवत्ता का भी ह्रास होता है।
परियोजना के लिए निर्धारित की गई कुल 2,873 करोड़ रुपये की राशि में 2,527 करोड़ रुपये की सहायता विभिन्न केंद्रीय योजनाओं से मिलेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।